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योग से होती आनंद की अनुभूति: साध्वी देवादिति

मथुरा जासं। संस्कृति विश्वविद्यालय के आर्युर्वेद और योग कालेज द्वारा आयोजित एक सेमिनार में हरिद्वार पतंजलि योगपीठ से आईं स्वामी रामदेव जी शिष्या साध्वी देवादिती ने कहा कि योग हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे मन को भी स्वस्थ रखता है। योग से आनंद की अनुभूति होती है जैसे एक तरफ सुख और दूसरी तरफ दुख होता है जबकि आनंद सुख से भी ऊपर होता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 11:06 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:27 AM (IST)
योग से होती आनंद की अनुभूति: साध्वी देवादिति
योग से होती आनंद की अनुभूति: साध्वी देवादिति

जासं, मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के आयुर्वेद और योग कालेज की ओर से आयोजित सेमिनार में हरिद्वार पतंजलि योगपीठ की साध्वी देवादिति ने कहा कि योग हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे मन को भी स्वस्थ रखता है। योग से आनंद की अनुभूति होती है, जैसे एक तरफ सुख और दूसरी तरफ दुख होता है। ठीक उसी तरह आनंद सुख से भी ऊपर होता है। उन्होंने कहा कि जब पहली बार योग करते है तब समझ में आता है कि आनंद क्या होता है। उस आनंद की अनुभूति ना भोग में, ना विलास में और ना ही अन्य किसी क्षणिक सुखों में है। मौके पर संस्कृति विवि के डीन प्रोफेसर कल्याण कुमार, शिक्षक डॉ.अश्वनी कुमार, डॉ.पल्लवी, डॉ.विपुल जादौन, पतंजलि की राज्य प्रभारी सीमा आर्या, रुचि द्विवेदी ने भी विचार व्यक्त कर योग की आवश्यकता और उसके महत्व कर प्रकाश डाला।

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