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महारास की मुद्रा मे वंशी बजाते दर्शन देंगे बांकेबिहारी

स्वर्ण-रजत के धागों की कड़ाई पोशाक और हीरे-जवाहरात धारण कर भक्तों को देंगे दर्शन

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 11:19 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 06:04 AM (IST)
महारास की मुद्रा मे वंशी बजाते दर्शन देंगे बांकेबिहारी
महारास की मुद्रा मे वंशी बजाते दर्शन देंगे बांकेबिहारी

वृंदावन, जासं। रविवार को मोर-मुकुट, कटि-काछनी और हीरे-मोती और जवाहरात के साथ महारास की मुद्रा में जब आराध्य बांकेबिहारी मुरली बजाते भक्तों को दर्शन देंगे तो भक्त भी निहाल हो उठेंगे। साल में एक ही दिन मुरली बजाते बांकेबिहारी के इस विलक्षण पलों का साक्षी बनने को देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु शरद पूर्णिमा पर वृंदावन आएंगे।

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ठाकुरजी राजभोग और शयनभोग सेवा के दौरान बाहर जगमोहन में वंशी बजाते दर्शन देंगे। ठाकुरजी के इस विलक्षण दर्शन के लिए सेवायतों ने बेशकीमती पोशाक तैयार करवाई है, जो माणिक्य व पन्ना जड़ित सोने के तारों की आकर्षक कड़ाई का नमूना पेश करेगी। शरद पूर्णिमा पर ठा. बांकेबिहारीजी महाराज रजत सिंहासन पर विराजमान होकर श्वेत वस्त्रों में भक्तों को दर्शन देंगे। बढ़ाया दर्शन का समय:

मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा के अनुसार शरद पूर्णिमा पर रविवार को ठा. बांकेबिहारीजी की राजभोग और शयनभोग सेवा के तय समय से एक घंटे देर तक दर्शन होंगे। दोपहर एक बजे मंदिर के पट बंद होंगे तो रात को साढ़े दस बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद होंगे। इन मंदिरों में भी दर्शन देंगे ठाकुरजी:

शरद पूर्णिमा पर ठा. राधासनेह बिहारी श्वेत ध्वल वस्त्रों में भक्तों को दर्शन देंगे तो राधादामोदर, राधारमण, राधाश्यामसुंदर, गोविद देव, गोपीनाथ, मदनमोहन, आश्रम गोदाबिहार समेत अनेक मंदिरों में ठाकुरजी धवल वस्त्र धारण कर चंद्रमा की रोशनी में भक्तों को दर्शन देंगे। चंद्रकला व खीर का लगेगा भोग:

शरद पूर्णिमा पर ठा. बांकेबिहारी समेत हर मंदिर में ठाकुरजी को श्वेत चंद्रकला और खीर का भोग अर्पित किया जाएगा। ठाकुरजी का प्रसाद अर्पित होने के बाद यह खीर और चंद्रकला का प्रसाद भक्तों को बांटा जाएगा।

आज होंगे आयोजन

शरद पूर्णिमा पर तीर्थनगरी के मंदिर, मठ और आश्रमों में सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन होंगे। चंद्रमा की रोशनी में ठाकुरजी श्वेत वस्त्र धारण कर महारास की मुद्रा में भक्तों को दर्शन देंगे तो जयपुर मंदिर में महारास का आयोजन किया जाएगा। -ठा. बांकेबिहारी मंदिर:

मंदिर में ठाकुरजी जगमोहन में चांदी के सिंहासन पर विराजमान होकर वंशी बजाते भक्तों को दर्शन देंगे।

-रंगजी मंदिर:

दक्षिण भारतीय परंपरा के रंगजी मंदिर में शाम सात बजे से ठा. श्रीगोदारंगमन्नार चंद्रप्रभा में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। महोत्सव में शाम 7.30 बजे शरद पूर्णिमा संगीत नृत्योत्सव का आयोजन होगा।

-सुदामा कुटी:

वंशीवट स्थित सुदामा कुटी में ठाकुरजी चंद्रमा की रोशनी में श्वेत धवल वस्त्र धारण कर भक्तों को दर्शन देंगे।

-कृष्ण कृपा धाम:

कृष्णा कृपा धाम में चल रहे शरदोत्सव में भोर में देशभर से आए श्रद्धालु महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद की अगुवाई में पंचकोसीय परिक्रमा करेंगे। शाम को महारास का आयोजन होगा।


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