कार्तिक में बढ़ रहे भक्त, गड्ढे कर रहे 'आवभगत'
त्योहार के माह में भी नहीं सुधरी वृंदावन-मथुरा मुख्य मार्ग की हालत हर रोज गुजरते हजारों वाहन
वृंदावन, जासं। ये है वृंदावन से मथुरा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री वृंदावन के सांस्कृतिक विकास को करोड़ों रुपये की योजना दे रहे हैं। हालात सामने हैं। विभागीय तालमेल के अभाव के बीच मुसीबत अब न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ रही है।
आठ माह पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई इस सड़क को सीवेज लाइन डालने के लिए जल निगम ने खोद डाला है। अब इस सड़क पर वाहनों को गुजरना दूभर हो रहा है। कार्तिक माह चल रहा है। दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु कार्तिक नियम सेवा के लिए डेरा डाले हैं, लेकिन सड़क की हालत ये कि रास्ते से निकलना दूभर हो रहा है। टूटी सड़क से निकलना वाहनों को निकलना मुश्किल हो रहा है। सड़क किनारे अतिक्रमण इन हालातों को और बिगाड़ रहा है। दो पहिया वाहन चालक तो बमुश्किल अपना सफर तय कर पाते हैं। कई बार तो ई-रिक्शा गड्ढों में पलटने से भी नहीं बच पाते हैं। शहर के बीच मुखर्जी पार्क से लेकर पागल बाबा मंदिर के समीप स्थित एसटीपी तक खोदी गई सड़क पार कर पाना वाहन चालकों के लिए मुश्किल हो रहा है। इस रास्ते पर रामकृष्ण मिशन, गुरुकुल मार्ग, अटल्ला चुंगी पर टेंपो चालकों जाम भी लगाए रहते हैं। वाहन चालकों को जाम और गड्ढों से बचते हुए निकलना पड़ता है। 24 को राज्यपाल भी इसी रास्ते से गुजरेंगी:
अक्षयपात्र में आयोजित होने वाले चरण पादुकोत्सव में शामिल होने के लिए 24 अक्टूबर को प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल वृंदावन आएंगी। राज्यपाल पहले अक्षयपात्र के समारोह में शामिल होंगी। इसके बाद अक्षयपात्र से प्रेम मंदिर के सामने सौ फुटा रोड, चैतन्य विहार होते हुए मथुरा मार्ग पर राधादामोदर मंदिर पहुंचेंगी। इसी रास्ते से वापस अक्षयपात्र राज्यपाल का काफिला लौटेगा। प्रशासन अगर राज्यपाल को परिक्रमा मार्ग के रास्ते भी राधादामोदर मंदिर पहुंचाएगा तो परिक्रमा मार्ग भी पूरी तरह खस्ता हाल पड़ा हुआ है।