झाड़ू से कोरोना को मिटा रहे रविद्र
जागरण संवाददाता मथुरा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर जहां लोग अपने घरों में कैद हैं वहीं नगर निगम के सफाईकर्मी योद्धा के रूप में अपने कार्य को अंजाम देकर कोरोना वायरस से दो-दो हाथ कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मथुरा : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर जहां लोग अपने घरों में कैद हैं, वहीं नगर निगम के सफाईकर्मी योद्धा के रूप में अपने कार्य को अंजाम देकर कोरोना वायरस से दो-दो हाथ कर रहे हैं।
शुक्रवार को अंतापाड़ा निवासी रविद्र कुमार होली गेट से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि तक झाड़ू लगाते मिले। रविद्र का कहना है कि वह हर रोज झाड़ू लगाकर न केवल शहर को साफ और स्वच्छ बना रहे हैं, बल्कि कोरोना को भी अपनी झाड़ू के बल पर शहर से मिटाने का काम कर रहे हैं। रविद्र ने बताया कि वह सुबह झाड़ू लगाने के साथ ही सड़क पर घूमने वालों से घर के अंदर रहने की अपील भी करते हैं। अपने परिवार को एक माह से घर से बाहर नहीं निकलने दिया। रविद्र बिना अवकाश लिए काम कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि जल्द लॉकडाउन खत्म हो। लोगों को आजादी मिले।
दो माह से जुटे हिमांशु : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के खिलाफ डॉ. हिमांशु मिश्रा एक योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। वह मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं, जबकि उनका परिवार दिल्ली में रह रहा है। डॉ. हिमांशु एपिडेमियोलॉजिस्ट होने के साथ-साथ जिले में कांट्रेक्ट ट्रेसिग कांट्रेक्ट सर्विलांस व रिपोर्टिंग की सतत निगरानी की भूमिका निभा रहे हैं। डॉ. हिमांशु कहते हैं कि दो माह से काम के बीच समय कब बीत रहा, पता ही नहीं चलता। पत्नी दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में कार्यरत होने के साथ गर्भवती भी हैं, लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में अहम भूमिका निभाने की वजह से वह अपनी पत्नी के पास नहीं जा पा रहे हैं। जब कोई पॉजिटिव केस सामने आ जाता है, तब उसके संपर्क में कितने लोग रहे, पॉजिटिव व्यक्ति कहां-कहां, किस-किस के संपर्क में आया है, इसकी छानबीन करना बेहद मुश्किल कार्य है, जिसे डॉ. हिमांशु लगातार अपनी टीम के साथ अंजाम दे रहे हैं।