मथुरा-राया के बीच रात भर बंद रहा रेल व सड़क मार्ग
हादसे के बाद बड़ी संख्या में यात्री जाम में फंस गए थे। वे वाहनों से उतर कर पैदल ही मथुरा की तरफ घटनास्थल से निर्धारित दूरी बनाकर आए। रवि मिश्रा ने बताया कि राहगीरों की मुसीबत को देखते उन्होंने ट्रैक्टर ट्राली से यात्रियों को गौसना से लेकर स्टेशन और शहर तक छोड़ा। रात को उनको कोई वाहन नहीं मिल रहे थे।
जागरण संवाददाता, मथुरा: मथुरा-राया मार्ग पर रविवार रात 11 बजे बाइक सवारों को रौंदते हुए मालगाड़ी से टकराए एलपीजी कैप्सूल के कारण रेल ट्रैक करीब दो सौ मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया। रात भर मथुरा-राया के बीच रेल व सड़क मार्ग बंद रहा। एक सवारी गाड़ी को सोनई स्टेशन से ही वापस कर दिया गया। कैप्सूल की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए। रात भर यात्री मार्ग बंद होने से परेशान रहे।
अलीगढ़ से एलपीजी का खाली कैप्सूल रविवार रात रिफाइनरी जा रहा था। चालक ने मथुरा-राया मार्ग पर गांव गौसना के पास मथुरा से राया के लिए जा रहे मोटरसाइकिल सवार अतीक अब्बास (26), शाहरुख और सोहिल निवासी व्यापारियन मुहल्ला राया, बसराम निवासी रामनगला थाना मांट और दशरथ निवासी कल्याणपुर जमुनापार को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में कैप्सूल अनियंत्रित होकर पलटा, तो कुछ हिस्सा कासगंज-मथुरा रेल ट्रैक पर पहुंचा, जबकि कैप्सूल का इंजन भी टूटकर ट्रैक पर पहुंच गया। इसी बीच कासगंज से मथुरा आ रही मालगाड़ी कैप्सूल और उसके इंजन से टकरा गई। हादसे में मालगाड़ी का इंजन और एक डिब्बा पटरी से उतर गया और करीब दो सौ मीटर दूर तक घिसटता चला गया। टक्कर से कैप्सूल में छेद हो गया। गनीमत थी कि कैप्सूल खाली था, लेकिन उसकी तली में जमा एलपीजी का रिसाव शुरू हो गया। राहगीरों ने पुलिस को 112 पर सूचना दी। गैस रिसाव की सूचना से अफसरों में खलबली मच गई। डीएम सर्वज्ञ राम मिश्र, एसएसपी शलभ माथुर, मंडल रेल प्रबंधक इज्जत नगर दिनेश कुमार सिंह रात को ही घटनास्थल पर पहुंच गए।
उधर, हादसे में बाइक सवार अतीक अब्बास की मौत हो गई, जबकि बाकी घायलों को अस्पताल भेजा गया। कई थानों का पुलिस बल और पांच दमकलें भी पहुंच गईं। रेलवे ने कासगंज और आगरा फोर्ट से सहायता गाड़ी भी बुलाई। रेल ट्रैक पहले ही बाधित था, प्रशासन ने सड़क मार्ग भी बंद कर दिया। मथुरा रिफाइनरी से भी तकनीकी दल पहुंच गया। तकनीकी टीम के निरीक्षण के बाद इंजन को रीरेल किया गया। मालगाड़ी के पीछे के वैगनों को अलग कर राया पहुंचाया गया। सुबह 5.35 बजे इंजन रीरेल हो सका। सोमवार सुबह 6.43 बजे लाइन फिट घोषित की गई। रेल ट्रैक बाधित होने से 15056 आगरा फोर्ट साप्ताहिक एक्सप्रेस को कासगंज-मथुरा छावनी के बीच पांच घंटे 12 मिनट खड़ी रही। इसे राया से 6.53 मिनट पर रवाना किया गया। वहीं 55353 कासगंज-मथुरा सवारी गाड़ी को सोनई स्टेशन पर रोक दिया गया। सोनई से ही इसे कासगंज वापस कर दिया। 55337 कासगंज-अछनेरा फास्ट पैसेंजर सोनई में 1 घंटा 50 मिनट खड़ी रही। हादसे में 610 स्लीपर भी क्षतिग्रस्त हो गया। सौ मीटर दूर रोक दिया था ट्रैफिक
कैप्सूल से गैस रिसाव होने पर पुलिस ने घटनास्थल से करीब सौ मीटर दूर ही ट्रैफिक रोक दिया। सुबह साढ़े चार बजे रास्ते से कैप्सूल हट सका, तब कहीं मार्ग सुचारु हो सका। इस बीच रेल, बस और अन्य वाहनों से यात्रा करने वाले लोग परेशान हो गए। हालांकि, कुछ वाहनों को वृंदावन होकर मथुरा के लिए निकाला गया। रेलवे ने कैप्सूल चालक के खिलाफ जमुनापार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हुआ था तेज धमाका : मालगाड़ी से गैस कैप्सूल के टकराने के साथ ही तेज धमाका हुआ। करीब पांच सौ मीटर तक इसकी आवाज सुनी गई। गौसना गांव घटनास्थल से करीब चार सौ मीटर दूर है। ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे, लेकिन तब तक पुलिस पहुंच गई और ग्रामीणों को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। ग्रामीण छीतर सिंह, बहादुर और रिकू ने बताया कि गैस का रिसाव होने से एक बार तो लोग दहशत में आ गए थे, लेकिन बाद में जब यह मालूम हो गया कि कैप्सूल खाली है। तब राहत की सांस ली। ट्रैक्टर से भेजे राहगीर : हादसे के बाद बड़ी संख्या में यात्री जाम में फंस गए थे। वे वाहनों से उतर कर पैदल ही मथुरा की तरफ चल दिए। रवि मिश्रा ने बताया कि राहगीरों की मुसीबत को देखते उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली से यात्रियों को गौसना से लेकर स्टेशन और शहर तक छोड़ा। रात को उनको कोई वाहन नहीं मिल रहे थे।