गर्मी और उमस से अकुलाया जनमानस
रात और दिन के तापमान में रह गया आठ डिग्री सेल्सियस का अंतर
जागरण संवाददाता, मथुरा: रात-दिन पड़ रही प्रचंड गर्मी से जनमानस अकुला रहा है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस का अंतर है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 40 और न्यूनतम 32 डिग्री सेल्सियस सेल्सियस मापा गया। वायुमंडल में नमी की मात्रा 39 प्रतिशत रह गई है। गर्मी से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। दोपहर में घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
तापमान भले ही 40 डिग्री सेल्सियस मापा गया, पर 43 डिग्री जैसा महसूस हो रहा है। सुबह से ही सूर्य की किरणों ने आग बरसाना आरंभ कर दिया और साथ ही साथ उमस बढ़ने लगी। वायुमंडल में नमी 39 प्रतिशत तक आ गई है। शाम को हल्के बादल छा गए, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल पाई। यहां मानसून 22 जुलाई तक आते हैं, पर अभी मानसून की आमद नहीं हुई है। बुधवार को तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। कृषि संभागीय परीक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र के मौसम विभाग के प्रभारी राजेश कुमार ने बताया, वायुमंडल में नमी की मात्रा कम होने से अगले दो दिन में बूंदाबांदी होने की संभावना है। इधर रात दिन की गर्मी से जनमानस बेहाल है। पसीना सूख नहीं पा रहा है। धूप बर्दाश्त नहीं हो रही है। कूलर और पंखा में राहत तक नहीं मिल पा रही है। लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। स्थित यह है कि शरीर दो पहिया वाहन पर दिन में बदन झुलसने लगता है। दोपहर में लोग बाजार में कम ही निकल रहे हैं। सुबह-शाम ही खरीदारी के लिए बाजारों में भीड़ देखी जा रही है। दोपहर में बाजार में कम भीड़ नजर आ रही है। गर्मी और मौसम के उतार चढ़ाव का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। लोग उल्टी, बुखार, सर्दी जुकाम और खांसी के शिकार हो रहे हैं। जिला अस्पताल में छह-सात सौ मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। इनमें सर्दी जुकाम और खांसी के रोगियों की संख्या अधिक है। वर्षा नहीं होने से किसान भी परेशान है। धान की रोपाई का समय आ गया है। अधिक गर्मी के कारण किसान रोपाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। खेतों में भरा पानी गर्म हो जाने के कारण किसानों को पौधा के नष्ट होने का डर सता रहा है।