बांकेबिहारी में नहीं थम रही सेवायतों की मनमानी
जागरण संवाददाता, वृंदावन: ठा. बांके बिहारी मंदिर के जगमोहन में तीन सेवादारों की मौजूदगी अदालत ने तय
जागरण संवाददाता, वृंदावन: ठा. बांके बिहारी मंदिर के जगमोहन में तीन सेवादारों की मौजूदगी अदालत ने तय की है, जो श्रद्धालुओं के भोग प्रसाद की सेवा कर सकें। इससे अधिक संख्या में जगमोहन में किसी भी व्यक्ति की मौजूदगी गैर कानूनी है। बावजूद इसके मंदिर सेवायत मनमानी से बाज नहीं आ रहे। मनमानी पर उतारू सेवायत ठाकुरजी के सामने जगमोहन में बैठकर भक्तों के दर्शन में खलल डाल रहे हैं।
गर्भगृह में विराजमान ठाकुरजी की झलक पाने को मंदिर में भीड़ जमा होने का सबसे बड़ा कारण भी यही है। सेवायत अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। जबकि दो दिन पहले कोतवाली प्रभारी ने मंदिर प्रबंधन समेत प्रशासक और पुलिस अफसरों को पत्र लिखकर सेवायतों की मनमानी पर शिकंजा कसने की मांग की है।
ठा. बांके बिहारी मंदिर के गर्भगृह में जब ठाकुरजी विराजमान होते हैं, तब श्रद्धालुओं को आराध्य के दर्शन के लिए केवल सामने से ही मौका मिलता है। ठाकुरजी के सामने जगमोहन में सेवादार भंडारी के अलावा सेवायत जब स्टूल या फिर गद्दी लगाकर बैठ जाते हैं तो भक्त और आराध्य के बीच में दीवार बन जाते हैं। श्रद्धालुओं को ठाकुरजी के दर्शन में दुविधा का सामना करना पड़ता है और जब दर्शन सुलभ नहीं होते तो श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव बन जाता है। यही कारण है कि अदालत ने मंदिर के जगमोहन में तीन सेवादारों का ही प्रवेश वैध कर रखा है। बावजूद इसके सेवायत अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे।