गोवर्धन में पूर्णिमा पर पस्त हो गया नो व्हीकल जोन
गिरिराज परिक्रमा मार्ग पर दौड़े वाहन, जगह-जगह बिखरी रही भंडारों की गंदगी
गोवर्धन, जासं। राष्ट्रीय हरित अधिकरण का नो व्हीकल जोन का आदेश माघ पूर्णिमा पर कागजों पर ही धरा रह गया। जिन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह योजना तैयार हुई, उनके उमड़ते ही इसे पलीता लग गया। दानघाटी मंदिर के समीप लंबा जाम लगा और पैदल श्रद्धालुओं को भी मुसीबत झेलनी पड़ी। इस बीच परिक्रमा मार्ग में लगे भंडारे क्लीन गोवर्धन योजना का मुंह चिढ़ाते रहे।
रविवार का अवकाश और पूर्णिमा के संयोग से गिरिराजजी में भक्त उमड़ पड़े। इससे सभी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। नो व्हीकल जोन में तमाम वाहन प्रवेश कर गए, जिससे दानघाटी मंदिर के समीप जाम लग गया। पैदल परिक्रमार्थियों का निकलना दूभर हो गया। देर तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
दूसरी तरफ परिक्रमा मार्ग में जगह-जगह लगे भंडारों ने स्वच्छता के प्रयासों को पलीता लगा दिया। गंदगी और कूड़ा हर जगह नजर आया। गोवर्धन से आन्यौर की तरफ करीब आधा दर्जन भंडारे लगे थे। एक भंडारा तो बड़ी परिक्रमा मार्ग के प्रारंभ में चंद कदमों की दूरी पर था तो जतीपुरा-गोवर्धन मार्ग, गोवर्धन से राधाकुंड मार्ग पर लगे तमाम भंडारे और डीएवी तिराहा के समीप लगे भंडारों से परिक्रमा मार्ग में गंदगी के अंबार लग आए। इस अहम मौके पर नगर पंचायत से लेकर संबंधित संस्थाएं नदारद रही। सोशल मीडिया पर हुई खिंचाई
बाहरी वाहनों के प्रवेश पर स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन की जमकर ¨खचाई की। वाहनों को प्रवेश कराने के लिए पुलिस पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया। बताया गया कि पूंछरी (राजस्थान) में चौकी के समीप बाइपास से परिक्रमा मार्ग में प्रवेश करने के लिए यह रास्ता सुगम बना रहा। आरोप लगे कि पुलिसकर्मी समीप खड़ी ढकेल पर वाहन चालकों से पैसे दिलाते हैं और वाहन को प्रवेश मिल जाता है। राजस्थान पुलिस कर्मियों ने वाहन प्रवेश की कीमत सौ रुपये रखी है।