आस्थापुरी में पीने को पानी नहीं
नगर निगम में कालोनी शामिल लेकिन सुविधाओं का नहीं हो सका विस्तार
संवाद सहयोगी, मथुरा : नगर निगम ने सीमा विस्तार तो कर लिया, लेकिन सुविधाओं का विस्तार नहीं कर पाया। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और अधिकारियों की उदासीनता का शिकार नए मुहल्ले और कालोनियां हो रही हैं। गोवर्धन रोड स्थित आस्थापुरी इन्हीं में से एक है। यहां नालियां न होने से सड़क पर कीचड़ रहता है, तो पानी की पाइप लाइन न होने से पानी का संकट है।
नगर निगम में शामिल हुए आस्थापुरी को करीब तीन वर्ष का समय हो गया। यहां निगम क्षेत्र के तहत मिलने वाली सुविधाओं का अभाव है। वर्तमान में यहां के हालात गांव से भी बदतर हैं। आबादी करीब दस हजार की है। पीने के पानी के लिए महिलाओं को आज भी दूर-दराज के क्षेत्रों में जाना पड़ता है या फिर आरओ के पानी पर निर्भर रहना पड़ता है। ग्रामीणों को बिजली भी 24 घंटे में केवल छह घंटे ही मिलती है। पक्की सड़कें नहीं पानी और न ही पानी निकास के लिए नालियां। इससे सड़कों पर गंदा पानी जमा हो जाता है। कई बार दोपहिया वाहन चालक, बच्चे और बुजुर्ग फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत क्षेत्रीय पार्षद और निगम के अधिकारियों से की, लेकिन समस्या से निजात नहीं मिली।