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डंपिग ग्राउंड पर पंद्रह दिन से जल रहा लाखों टन कचरे का ढेर

नगर निगम के डंपिग ग्राउंड नगला कोल्हू पर जमा लाखों टन कचरे का ढेर पिछले पंद्रह दिन से जल रहा है। धुआं को दबाने के लिए नगर निगम टैंकर से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। बार-बार कचरे क सुलगने से रोकने के लिए फायर ब्रिगेड को नहीं बुलाया गया है। कचरे की आग का धुआं आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों के ऊपर बदलों की तरह छाया हुआ है। इससे लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 11:26 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 06:04 AM (IST)
डंपिग ग्राउंड पर पंद्रह दिन से जल रहा लाखों टन कचरे का ढेर
डंपिग ग्राउंड पर पंद्रह दिन से जल रहा लाखों टन कचरे का ढेर

महावन: नगर निगम के डंपिग ग्राउंड नगला कोल्हू पर जमा लाखों टन कचरे का ढेर पिछले पंद्रह दिन से जल रहा है। धुआं को दबाने के लिए नगर निगम टैंकर से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। बार-बार कचरे को सुलगने से रोकने के लिए फायर ब्रिगेड को नहीं बुलाया गया है। कचरे की आग का धुआं आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों के ऊपर बदलों की तरह छाया हुआ है। इससे लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं।

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करीब एक लाख मीट्रिक टन कचरा डंपिग ग्राउंड नगला कोल्हू पर सालों से जमा है। ये कूड़ा नगर पालिका के कार्यकाल का है। इस कूड़े का निस्तारण नगर निगम नहीं कर रहा है। गठन के बाद के कूड़े के निस्तारण का ठेका भी नगर निगम ने एसबीएम कंपनी को दे रखा है। एसबीएम कंपनी वार्डों से कूड़ा उठाकर उसको निस्तारित कर रही है, पर पुराने जमा कूड़े के निस्तारण का कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। इसके निस्तारण की जो योजना नगर निगम ने पूर्व में शासन को भेजी, उसे नामंजूर कर दिया। जुलाई में निरीक्षण को आए एनजीटी की मॉनीटरिग कमेटी के चेयरमैन जस्टिस डीपी सिंह ने डंपिग ग्राउंड को नगला कोल्हू से स्थानांतरित किए जान की भी बात कही थी।

करीब पंद्रह दिन पहले यही पुराना कचरा सुलग उठा। तभी से इससे धुआं निकल रहा है और आग अंदर तक पहुंच चुकी है। धुआं को दबाने के लिए नगर निगम ने एक टैंकर भी लगा रखा है। मगर, सवाल इस बात का है कि पिछले पंद्रह दिन से फायर ब्रिगेड की मदद कचरे में सुलग रही आग को बुझाने के लिए नहीं ली गई है। कचरे का धुआं इन दिनों नगला कोल्हू, रामनगर, अयोध्या नगर, कालिदी विहार, जमुना विहार, रोशन विहार, आनंद विहार, लोहवन, लक्ष्मीनगर, शहजादपुर, सोनई टप्पा, नंदन विहार, रसखान नगरी के ऊपर बादल बनकर छाया हुआ है।

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संदेह के घेरे में निगम: पंद्रह दिनों से उठ रहे धुआं ने नगर निगम के अधिकारियों को भी संदेह के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। सवाल यह है कि आखिर इस चिगारी को शोला बनने का निगम क्यों इंतजार कर रहा है। डंपिग ग्राउंड पर काम करने वाले कर्मचारियों के अनुसार, ये आग बरसात बंद होते ही लग गई थी। तभी से इस पर टैंकरों से पानी डाल जा रहा है। मगर, आग अंदर तक पहुंच गई है, इसलिए बुझ नहीं पा रही है। आशंका यह भी है कि कहीं इस कचरे को जलाकर राख किए जाने की साजिश में ही तो आग नहीं लगाई गई। जिस जगह आग की शुरूआत हुई थी, उस स्थान तक कोई चिगारी भी नहीं पहुंच सकती है और न ही नया कचरा वहां पर डाल जा रहा है। -- टैंकरों से आग को बुझाने के लिए पानी डाला जा रहा है। दो दिन पहले ही पंद्रह बीस टैंकर पानी डाला गया था। अब दोबारा आग लगी हो तो इसको दिखवाया जाएगा।

--अजीत कुमार, संयुक्त नगर आयुक्त नगर निगम --धुआं से हो रही एलर्जी : कूड़े के ढेर से उठ रहे धुआं से क्षेत्रीय लोग परेशान है। उनकी आंखों में जलन हो रही है और वह एलर्जी के शिकार बन रहे है। मीरा विहार निवासी चंद्रप्रकाश पाराशर का कहना है कि सांस लेने में तकलीफ हो रही है। नगर आयुक्त और महापौर डॉ. मुकेश आर्य बंधु को अवगत करा दिया गया, मगर अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया है। हेम सिंह यादव, धरमपाल सिंह, सुनील प्रजापति, जयपाल उपाध्याय, जहारिया, योगेश अग्रवाल, सत्येन्द्र सिघल, दिनेश पाराशर, रामगोपाल सारस्वत ने बताया कि धुआं के साथ साथ दुर्गंध भी मुसीबत बनी हुई है।


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