बैंकों के विलय के बाद फिर केवाइसी कराएंगे 30 हजार ग्राहक
बीओबी में शामिल देना और विजया बैंक के कस्टमर को करनी होगी कवायद पूर्व में भी इस प्रक्रिया से गुजर चुके हैं लगभग सभी ग्राहक
मथुरा, जासं। बैंक ऑफ बड़ौदा में शामिल हुए विजया और देना बैंक के हजारों ग्राहकों की मुश्किल बढ़ सकती है। इन्हें एक बार फिर नो योर कस्टमर (केवाईसी) की कवायद करनी पड़ेगी। हालांकि बैंक अधिकारी आधिकारिक रूप से इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
एक अप्रैल से दोनों बैंकों का बीओबी में विलय हो चुका है। विजया और देना के लगभग 30 हजार ग्राहक हैं, जिन्हें अब बैंक ऑफ बड़ौदा के नियम अपनाने होंगे। मसलन, चेकबुक, एटीएम आदि। यही नहीं, उन्हें एक बार फिर दोबारा अपनी केवाईसी भी करानी होगी। जबकि लगभग सभी ग्राहक इसी प्रक्रिया से पहले ही गुजर चुके हैं। इसके अलावा दोनों बैंकों की शाखाओं के आइएफएससी कोड भी बदले जाएंगे। इस बाबत बैंक सूत्रों ने बताया कि यह एकदम से नहीं होगा, लेकिन ग्राहकों की सुविधा के अनुसार धीरे-धीरे इस कार्य को कराया जाएगा। वहीं बीओबी में मैनेजर स्नेहलता ने बताया कि फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि टॉप मैनेजमेंट से गाइड लाइन जारी नहीं हुई है। इसलिए आगे चलकर ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। ये है गणित: खातों पर नजर डालें, तो बीओबी के करीब 1.21 लाख, देना बैंक के 18040 और विजया बैंक के 12162 खाते बीओबी में मर्ज होंगे।