जिला संयुक्त चिकित्सालय में चिकित्सा विशेषज्ञों की जरूरत
डीएम ने किया जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण संत समागम में नोडल हास्पिटल के रूप में करेगा काम वैक्सीनेशन की तैयारियों का भी लिया जायजा
संवाद सहयोगी, वृंदावन: डीएम नवनीत चहल ने गुरुवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीएम ने स्वच्छता पर संतोष जताया तो मरीजों से भी मुलाकात कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी की। संत समागम के दौरान नोडल अस्पताल चयनित हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय की जरूरतों पर भी जानकारी हासिल कर चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी पूरा करवाने का भरोसा दिया। 16 जनवरी से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन की तैयारियों की भी समीक्षा डीएम ने की।
डीएम नवनीत चहल गुरुवार को अचानक जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे और यहां मरीजों को मिल रही सुविधाओं व स्वच्छता का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद डीएम चहल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा, अस्पताल के जनरल वार्ड, ओपीडी की व्यवस्थाओं के साथ आयुष्मान भारत योजना की मिल रही सुविधाओं का निरीक्षण किया। मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा मिल रही है या नहीं इसका निरीक्षण किया है। संत समागम में अस्पताल को नोडल हास्पिटल के रूप में प्रयोग किया जाएगा। संत समागम के दौरान मरीजों और आकस्मिक स्थिति में तैयारियों की समीक्षा की है। कोविड के मरीज अगर उस समय मिलते हैं, तो उनके लिए होल्डिग एरिया और उपचार के संबंध में भी जानकारी हासिल की है। अस्पताल की क्षमता और तैयारियों का भी जायजा लिया है। कहा, जननी सुरक्षा के लाभार्थियों से बात की गई, तो मरीज संतुष्ट पाए। अस्पताल का लगातार निरीक्षण होगा और कुछ सुझाव भी चिकित्सकों को दिए गए हैं।
डीएम ने कहा, अस्पताल में चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी है, तो आगे आने वाले संत समागम में उनकी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए पत्राचार किया है। चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी समय रहते पूरा कर ली जाएगी। वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को होगी। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। जिले में 20 हास्पिटलों में वैक्सीनेशन होगा। अगले फेज में अधिक हास्पिटलों को चयनित किया जाएगा।