शोहदे का नाम नहीं मालूम तो दर्ज नहीं होगी शिकायत!
महिला सशक्तिकरण से लेकर छेड़छाड़ की घटनाओं पर काबू पाने के लिए नया नियम बनाया गया है। छेड़छाड़ की रिपोर्ट दज कराने के लिए शोहदे का नाम लिखाना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, वृंदावन: महिला सशक्तिकरण से लेकर छेड़छाड़ की घटनाओं पर काबू पाने की सरकार की योजना को उसके ही मातहत पलीता लगा रहे हैं। पिछले सप्ताह छेड़छाड़ की शिकार छात्रा ने 1090 डायल पर शिकायत दर्ज करानी चाही। आपरेटर ने उससे कह दिया कि शोहदे का नाम बताएं, वरना शिकायत दर्ज नहीं होगी।
कैलाश नगर की छात्रा के साथ 25 जुलाई की रात करीब साढ़े आठ बजे बाइक सवार युवकों ने छेड़छाड़ की थी। युवकों ने जमकर अभद्रता की और उसके हाथ से मोबाइल छीनकर भाग गए। इसकी शिकायत छात्रा ने 1090 पर दर्ज की। छात्रा का आरोप है कि आपरेटर ने छेड़छाड़ करने वाले युवकों के नाम पूछे, जो उसे पता ही नहीं थे। नाम न बताने पर आपरेटर ने कहा कि शिकायत दर्ज नहीं होगी। इसके बाद छात्रा ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
ऐसी ही एक घटना धौरेरा की युवती के साथ हुई, जो बन महाराज कॉलेज में बीबीए की छात्रा है। वह कॉलेज से बुधवार की शाम घर लौट रही थी। रास्ते में बाइक सवार युवक ने उसे रोका और गालीगलौज की। राहगीरों के विरोध के बाद युवक भाग गया, लेकिन गुरुवार को सुबह जब वह कॉलेज आ रही थी तो फिर से युवक ने रास्ते में रोककर गाली-गलौज की। युवती ने विरोध किया तो युवक भाग खड़ा हुआ। युवती की मां ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। कनकधारा फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी गौतम ने दोनों ही मामलों में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की है। कोतवाली प्रभारी रामपाल ¨सह ने बताया कि दोनों ही मामलों की जानकारी करके आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर, एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि ऐसा नहीं कि 1090 पर शोहदे का नाम न बताने पर शिकायत दर्ज न की जाए, पर नाम-पता मालूम हो तो जरूर बताना चाहिए। यह नंबर लखनऊ से कंट्रोल होता है, नाम-पता होने पर पुलिस टीम आसानी से वहां तक पहुंच सकती है। वैसे यह मामले कोतवाली वृंदावन में दर्ज हैं और उन पर कार्रवाई चल रही है।