पेपर लीक के विरोध में सीएम का पुतला फूंका
एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प कोतवाली से चेतावनी देकर छोड़ा
मथुरा, जासं। होली गेट चौराहा पर मुख्यमंत्री का पुतला एनएसयूआइ ने फूंक दिया और नारेबाजी की। पुलिस और एनएसयूआइ पदाधिकारियों की तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेसी भी कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने सभी को चेतावनी देने के बाद छोड़ दिया।
उप्र लोक सेवा आयोग का पेपर लीक होने के विरोध में एनएसयूआइ पदाधिकारी होली गेट पर एकत्रित हुए थे। सभी ने सीएम का पुतला दहन कर दिया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की। चौराहा पर ड्यूटी दे रहे जवानों को पुतला दहन के बारे में पता नहीं चला। हालांकि जानकारी पर कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंच गए और पुतला दहन करने से एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं को रोकने लगे। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हो गई। पुलिस प्रदेश महासचिव प्रवीण ठाकुर, जिलाध्यक्ष शिशुपाल चौधरी, राष्ट्रीय संयोजक हरीश सारस्वत, राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर विष्णु शर्मा, संतोष प्रधान को पुलिस कोतवाली लेकर आ गई। इस सूचना पर कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अशोक सिंह चकलेश्वर, यतेंद्र मुक्कदम, विनोद चतुर्वेदी आदि मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया। प्रदेश महासचिव प्रवीण ठाकुर और जिलाध्यक्ष शिशुपाल चौधरी का कहना था कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। छात्रों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। कोतवाली प्रभारी केके तिवारी ने बताया कि कार्यकर्ता बिना सूचना के ही प्रदर्शन कर रहे थे, सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। विवेक अग्रवाल, पवन गुर्जर, देवेंद्र ठाकुर, प्रदीप सागर, अंशुल चौधरी, हरजीत सरदार, नीरज सनवाल, अवि, अभिमन्यु, शैलू आदि मौजूद रहे।