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एक्सप्रेस वे जाम: तीन घंटे तक भटकते रहे बेबस मुसाफिर

30-40 फीट नीचे उतरकर खेतों में तलाशते रहे ट्यूबवेल लघुशंका और शौच के लिए जंगल में भटकते रहे राहगीर

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 11:57 PM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 06:11 AM (IST)
एक्सप्रेस वे जाम:
तीन घंटे तक भटकते रहे बेबस मुसाफिर
एक्सप्रेस वे जाम: तीन घंटे तक भटकते रहे बेबस मुसाफिर

मांट, मथुरा। मृतक सैनिक के आश्रितों की आर्थिक सहायता की मांग को लेकर एक्सप्रेस वे पर उतरे ग्रामीणों से राहगीर मुश्किल में फंस गए। ढाई से तीन घंटे तक जाम में फंसे मुसाफिर पानी और शौच के लिए भटकते रहे।

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एक्सप्रेस वे के मांट टोल से करीब दो किलोमीटर आगरा की तरफ गांव जावरा अंडरपास के ऊपर ग्रामीणों ने लगाए जाम में हजारों वाहन फंस गए थे। जाम स्थल के आसपास कोई होटल, ढाबा और कैंटीन नहीं थी। सुबह लोगों को नित्य क्रिया के लिए जाना था। चाय नाश्ते की जरूरत थी। मगर, यहां कोई ऐसी सहूलियत नहीं थी। एक्सप्रेस वे पर भीड़ से ही परेशान लोग पीने के लिए पानी तक को तरस गए। धूप भी तल्ख। इसलिए गाड़ियों में ज्यादा देर वह बैठ नहीं पाए और एक्सप्रेस वे के किनारे धूप में बैठकर जाम खुलने का इंतजार करते रहे। महिलाएं तीस-चालीस फीट नीचे एक्सप्रेस वे से उतर कर जंगल की तरफ लघुशंका और शौच के लिए गईं। चाय नाश्ता नहीं मिल पाने के कारण बच्चे भूख से बिलखते रहे। प्रतापगढ़ के बेनीप्रसाद गुप्ता ने बताया कि उनकी बेटी छत से गिर गई है। वह अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत गंभीर है। लेकिन किसी से नहीं सुनी। दिल्ली से मथुरा आ रहे पवन शर्मा की पत्नी बीमार थी। पत्नी को देखने आ रहे थे। इसलिए वह दिल्ली से आए लेकिन दो घंटे जाम में फंस गए। दिल्ली से अपने परिवार के साथ अलीगंज के लिए जा रहे मोहम्मद हबीब खां ने बताया कि उनके साथ चार छोटे बच्चे हैं। कानपुर देहात के सुनील कुमार ने बताया कि उनकी मां की तबियत खराब है। इसलिए परिवार के साथ मां को देखने के लिए सुबह दिल्ली से निकले, पर यहां जाम में फंस गए। परिजन बोले, अधिकारी घर भी नहीं पहुंचे -

मांट: सैनिक की हादसे में मौत की खबर गुरुवार दोपहर ही प्रशासन को मिल गई थी। लेकिन कोई अधिकारी उनके घर पर नहीं पहुंचा। इसे लेकर भी ग्रामीण आक्रोशित थे। ग्रामीण जब मांगों को लेकर जाम लगा रहे थे, तो उनमें अधिकारियों के न पहुंचने का भी गुस्सा था। जाम लगने की सूचना के एक घंटे बाद एसपी देहात आदित्य शुक्ला, एसडीएम अभिषेक गोयल, सीओ अंकुर अग्रवाल मौके पर पहुंचे। परिजनों का आरोप था कि कोई भी अधिकारी हमारे घर नहीं पहुंचा। जबकि प्रशासन को घटना की जानकारी थी। यही कारण था कि सीओ से ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक भी हुई। प्लॉट खरीदवाकर मूर्ति बनवाएंगे विधायक

मथुरा: मांट के गांव जैसवा में सैनिक का पार्थिव शरीर पहुंचने पर विधायक श्याम सुंदर शर्मा ने परिजनों को जमीन के लिए चार लाख रुपये अपने पास से देने का आश्वासन दिया। गांव में एक प्लॉट खरीदने के लिए चार लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके बाद उस प्लॉट पर स्मारक बनाने, मूर्ति लगवाने और बाउंड्रीवाल कराने के लिए विधायक निधि से धनराशि दी जाएगी। बॉक्स

मांट : करवा चौथ पर जब सब सुहागिन अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिए उपवास रखने की तैयारियां कर रही थीं, तब जैसवा की रेखा का चांद छिप गया, वह अब भी दिखाई नहीं देगा। सैनिक जीतू का अंतिम संस्कार गांव में किया गया। दो वर्ष के बेटे आयुष ने अपने ताऊ अजीत सिंह की गोद में बैठ पिता को मुखाग्नि दी। ये दृश्य देख हर आंख नम हो गई। बॉक्स

जाम देख डायवर्ट हुआ रूट

सुरीर: एक्सप्रेस वे पर जाम लंबा देख आगरा व नोएडा जाने वाले तमाम वाहन नौहझील व राया मार्ग पर गुजरे। एक्सप्रेस वे अथॉरिटी ने दोनों ओर से आ रहे वाहनों के बढ़ते दबाव को देख राया इंटरचेंज और बाजना कट पर रोकना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें नीचे नौहझील-राया मार्ग होकर एक्सप्रेस वे के लिए निकालना शुरू किया गया।


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