'दीना' के दर पर योगी कह गए जागरण की बात
जागरण संवाददाता, मथुरा: खरीफ की मुख्य फसल धान, बाजरा, दलहन और तिलहन वर्षा के अभाव में 70
जागरण संवाददाता, मथुरा: खरीफ की मुख्य फसल धान, बाजरा, दलहन और तिलहन वर्षा के अभाव में 70 फीसद से अधिक सूख गई। मुसीबत में फंसा अन्नदाता एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देखने लगा। तब दैनिक जागरण किसानों की आवाज बनकर आया। 14 सितंबर के अंक में 'दीना के दर तक पहुंची सूखा की बात' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी और इसमें दीनदयाल धाम से ही मुख्यमंत्री द्वारा सूखा राहत देने का एलान करने का भी जिक्र किया था।
मौसम की मार के आगे किसान-किसानी दोनों हार गए। लाख जतन करने पर भी अन्नदाता धान, बाजरा, दहलन और तिलहन के दाने खलिहान से घर लाने की उम्मीद छोड़ बैठा। पानी बरसा नहीं और जबरदस्त पारे ने फसलों को खेतों में ही जला दिया। रबी की फसलें भी प्रभावित होने के मुद्दे को दैनिक जागरण ने अपनी खबर में प्रमुखता से शामिल किया था। 13 सितंबर को भाजपा के किसान कल्याण सम्मेलन में जिले भर से आए किसानों ने अपनी बात रखी और उस पर कृषि वैज्ञानिक अपनी मुहर लगा रहे थे। फसली ऋण माफ करने के कारण किसान उम्मीद छोड़ चुके थे कि फिलहाल उन्हें कोई राहत मिल पाएगी। इस बार 54 फीसद वर्षा हुई है। सूखा के जो मानक तय हैं, उसमें मथुरा अति कम वर्षा वाली श्रेणी में रखा गया। ये तथ्य भी दैनिक जागरण ने अपनी खबर में समाहित किए थे। जागरण की खबर मुख्यमंत्री योगी तक पहुंची और वह पं. दीनदयाल उपाध्याय के दर पर ही सूखा की मार झेल रहे किसानों को मदद का आश्वासन दे गए।