केशव वाटिका खुलवाने में 24 वर्ष बाद मिली थी कामयाबी
संवाद सहयोगी मथुरा श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित केशव वाटिका को खुलवाने के लिए प्रशासन से 24 वर्ष
संवाद सहयोगी, मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित केशव वाटिका को खुलवाने के लिए प्रशासन से 24 वर्ष लड़ाई लड़ी गई। वर्ष 1995 में केशव वाटिका में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान तब से ही सरकार और प्रशासन से लगातार मांग करता आ रहा था। फरवरी 2018 में मथुरा आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाटिका खोलने का वादा किया था। बीते वर्ष जन्माष्टमी पर केशव वाटिका श्रद्धालुओं के लिए खोल दी गई।
वर्ष 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद विश्व हिदू परिषद श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए भी आवाज उठा रहा था। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा बढ़ा दी गई। वर्ष 1995 में विहिप ने वृंदावन रोड स्थित बिड़ला मंदिर के निकट विष्णु महायज्ञ आयोजित किया। प्रशासन ने अप्रिय घटना होने की आशंका में शाही मस्जिद ईदगाह के ठीक पीछे श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर स्थित केशव वाटिका में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया। तब से श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान इस वाटिका को खोले जाने को लेकर संघर्ष कर रहा था। संस्थान के पदाधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की जांच के बाद ही उन्हें जन्मस्थान में प्रवेश मिलता है। वर्ष 2017 में श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास ने अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को केशव वाटिका खुलवाने को ज्ञापन दिया। फरवरी 2018 में होली के मौके पर सीएम जब जन्मस्थान आए, तब भी वाटिका खुलवाने की मांग रखी गई। शासन के निर्देश पर अगस्त 2019 में श्रद्धालुओं के लिए वाटिका खुल गई। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया, केशव वाटिका करीब साढ़े तीन एकड़ का बगीचा है। इसमें जन्मस्थान आने वाले श्रद्धालु विश्राम करते हैं।