कृषि विधेयक के बाद जमाखोरी से बढ़ी महंगाई
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। सूबे में ब्राह्मणों की सिलसिलेवार हो रहीं हत्याओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि जाति के आधार पर प्रदेश में शासन नहीं चल सकता।
संवाद सहयोगी, वृंदावन: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। सूबे में ब्राह्मणों की सिलसिलेवार हो रहीं हत्याओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि जाति के आधार पर प्रदेश में शासन नहीं चल सकता। वहीं स्मार्ट मीटरों के तीस फीसदी बढ़े हुए बिल आने को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इसके लिए जनता से माफी मांगें और बढ़े हुए बिल जिन लोगों ने जमा किए हैं, उनका पैसा ब्याज सहित लौटाएं। अगर ऐसा नहीं होगा तो आप सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होगी। उन्होंने केंद्र सरकार के कृषि विधेयक बिल को काला कानून बताते हुए कहा कि इस बिल से देश में कालाबाजारी और जमाखोरी को बढ़ावा मिला है। इसी का नतीजा है आज महंगाई आसमान छू रही है।
राधाबाग स्थित राममंदिर में रविवार को कार्यकर्ता एवं संत सम्मेलन में पहुंचे राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा आज सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं। किसान को आलू का दाम दो या तीन रुपये मिल रहा है, जबकि बाजार में 50 रुपये मिल रहा है। ये जमाखोरी और कालाबाजारी का ही परिणाम है। उन्होंने प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्या के बढ़ते मामलों पर सरकार को घेरा। कहा कल ही पप्पू वाजपेयी नामक व्यक्ति को पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी। पिछले तीन साल में 500 से ज्यादा ब्राह्मणों की हत्या, 20 ब्राह्मणों को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है। एक 12 वीं में पढ़ने वाला बच्चा था प्रभात मिश्रा, इसके विरुद्ध कोई मुकदमा न था, उसे मार दिया गया।
बसपा प्रमुख मायावती को घेरते हुए कहा मायावती पूरी तरह एक्सपोज हो चुकी हैं, उनसे कोई उम्मीद रखना बेकार है, हाथी की सूंड़ में कमल का फूल चला गया है। दलित समाज के साथ हो रहे उत्पीड़न पर मायावती चुप रही हैं। उन्होंने भाजपा के गुनाह छिपाने को राज्यसभा सीट के लिए सौदा किया था। बिहार चुनाव के सवाल पर कहा कि बिहार में स्पष्ट है कि अब जनता बदलाव देखना चाहती है। इससे पूर्व संजय सिंह ने तुलसी पूजन कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।