यमुना में बनाई अवैध बालू खनन की आधा दर्जन पट्टियां
नौहझील पुलिस अभी तक आरोपितों को ही कर पाई गिरफ्तार फरह और शेरगढ़ में पुलिस रही नाकाम
जागरण संवाददाता, मथुरा: खनन माफिया ने यमुना के खादर में आधा दर्जन बालू खनन की अवैध पट्टियां बना दी हैं। भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय की टीम ने इनको हाल में ही खोजा था। खान निरीक्षक ने अज्ञात में थाना नौहझील और फरह में बालू खनन माफिया तथा उसके गुर्गों के खिलाफ अज्ञात रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नौहझील पुलिस ने दो को पहचान कर जेल भेज दिया,लेकिन फरह पुलिस अभी सफल नहीं हो सकी। शेरगढ़ थाना क्षेत्र में भी बालू खनन में संलिप्त लोग बेसुराग हैं।
भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ की टीम में शामिल गाजियाबाद के क्षेत्रीय अधिकारी राघवेंद्र सक्सेना, सहायक भू वैज्ञानिक निदेशालय लखनऊ आरपी सिंह, हवलदार यादव, निरीक्षक उन्नाव अमित रंजन और निरीक्षक जितेंद्र कुमार की टीम ने 19 और 20 दिसंबर 2020 को फरह थाना क्षेत्र के कंजौली घाट और नौहझील के मंडयारी में बालू का अवैध खनन किए जाने की रिपोर्ट कराई थी। दोनों स्थानों पर 20-25 ट्रैक्टर ट्राली से बालू खनन किए जाने की जानकारी दी थी। बालू खनन करने वाले अज्ञात बताए गए थे। टीम ने फरह थाना क्षेत्र में यमुना किनारे कंजौली घाट, शेरगढ़ और छाता थाना क्षेत्र में गांव मझोई, उझानी, नौहझील में मंडयारी, अड्डा, बाघर्रा में बालू खनन की अवैध पट्टियां बनाए जाने का जिक्र शासन को भेजी अपनी जांच रिपोर्ट में किया है। विभाग ने गांव भिदौनी, जहांगीरपुर और शेरनगर में बालू खनन के पट्टे आवंटित किए हैं। नौहझील पुलिस ने 8 जनवरी को गांव पिथौरा निवासी रामप्रकाश और बरौठ निवासी भूपेंद्र को अवैध बालू खनन में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, लेकिन अन्य अज्ञात लोगों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। फरह पुलिस पर तो खनन माफिया और उसके गुर्गों ने हमला किया था। फरह पुलिस ने बाद में छह लोगों की पहचान की थी, जबकि एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट कराई गई थी। जिन छह लोगों की पहचान की गई थी। उन लोगों को भी पुलिस नहीं पकड़ पाई थी। इंस्पेक्टर फरह रमेश प्रताप भारद्वाज ने बताया कि अवैध बालू खनन में जो भी संलिप्त हैं, उनकी तलाश की जा रही है। इधर, मझोई, उझानी, अड्डा बाघर्रा में बालू खनन में संलिप्त लोगों का अभी तक सुराग नहीं लग सका है।