कोहरे में घिरा यमुना एक्सप्रेस वे, रेंगते रहे वाहन
यमुना एक्सप्रेस वे पर रविवार शाम से सोमवार दोपहर तक कोहरे की चादर बिछी रही। घनी धुंध में ²श्यता शून्य तक पहुंच जाने से फर्राटा भर रहे वाहनों के पहिए थम गए। तमाम चालक एवं यात्रियों ने कोहरा छंटने तक अपने वाहनों को टोल एवं ढाबों के आसपास खड़ा कर दिया। कोहरे में दिखाई न देने से कई गाड़ियां टकराने से बाल-बाल बच गईं।
सुरीर(मथुरा), जासं। यमुना एक्सप्रेस वे पर रविवार शाम से लेकर सोमवार दोपहर तक कोहरे की चादर बिछी रही। धुंध में दृश्यता शून्य की स्थिति तक पहुंच जाने से फर्राटा भर रहे वाहनों के पहिए थम गए। तमाम चालक और यात्रियों ने कोहरा छंटने तक अपने वाहनों को टोल एवं ढाबों के आसपास खड़ा कर दिया। साथ ही कोहरे में दिखाई न देने से कई गाड़ियां टकराने से बाल-बाल बच गईं।
दोपहर में कुछ देर मौसम साफ होने बाद रविवार शाम को एक्सप्रेस वे पर पुन: कोहरे की चादर बिछ गई। कोहरे की धुंध में पूरी रात एवं सोमवार दोपहर तक वाहनों की रफ्तार थमी रही। रात में इतना घना कोहरा था कि उसमें वाहनों की फॉग लाइट भी काम नहीं कर रहीं थीं। दृश्यता शून्यता की स्थिति पर वाहनों के पहिए थम गए थे। लग्जरी गाड़ियां भी रेंगते नजर आई। आलम यह था कि अधिकांश यात्री एवं चालकों ने अपने वाहन टोल एवं ढाबों के आसपास खड़े कर लिए थे। दोपहर बाद सूर्यदेव के दर्शन देने पर लोगों को राहत मिल गई। नोएडा से सुरीर तक लगे तीन घंटे
बैंककर्मी अशोक ने बताया वह नोएडा से सोमवार सुबह सात बजे एक गाड़ी में सवार हुए थे। रास्ते में घना कोहरा होने से उन्हें सुरीर तक आने में करीब तीन घंटे से अभी अधिक समय लग गया। कई जगह गाड़ियां आपस में टकराने से बाल-बाल बच गईं। उधर, कोहरा देखते हुए एक्सप्रेस वे एवं पुलिस कर्मी जगह-जगह वाहन चालकों को दिशा दिखाते हुए हादसों से बचने के लिए सतर्कता बरतने को सलाह देते रहे।