बेटी के होने हैं हाथ पीले, पिता की लटकी मिली लाश
संवाद सूत्र, तरौली: बेटी का ब्याह सिर पर है। घर पर तैयारियां चल रही हैं। सगाई से ठीक एक दिन पहले
संवाद सूत्र, तरौली: बेटी का ब्याह सिर पर है। घर पर तैयारियां चल रही हैं। सगाई से ठीक एक दिन पहले पिता का शव पेड़ पर लटका मिलने से घर पर शहनाई की जगह करुण कंद्रन गूंज उठा। परिजनों का कहना है कि पिता शादी के लिए मथुरा में परिचित से सात लाख रुपये लेकर बाइक से घर लौट रहे थे। उनका शव थाना छाता के गांव तरौली में अहुरी मार्ग के जंगल में मिला। पुलिस इसे खुदकशी का मामला मान रही है।
40 वर्षीय नेत्रपाल निवासी नौगांव की बेटी मधु की मंगलवार को डीग राजस्थान सगाई जानी थी। 19 अप्रैल को बरात आनी है। नेत्रपाल रविवार दोपहर मथुरा में शादी के कार्ड बांटने आए थे। मथुरा में ही किसी से शादी के लिए उन्होंने सात लाख रुपये भी लिए थे। रात को जब नेत्रपाल घर नहीं पहुंचे तो परिवार वालों को ¨चता हुई, उनका मोबाइल भी बंद था। सुबह सैर करने वाले युवाओं को नेत्रपाल की बाइक स्वामी बाबा चौराहा पर पड़ी मिली। शव पेड़ से लटका दिखा। युवाओं ने सूचना गांव और परिवार वालों को दी। परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के चचेरे भाई बबलू ने बताया कि नेत्रपाल की रात आठ बजे पत्नी हेमा से फोन पर बात हुई थी। नेत्रपाल ने बताया था कि वे अकबरपुर आ गए हैं। शादी के लिए सात लाख रुपये मिल गए हैं। बाइक में कुछ खराबी आ गई है। इसके बाद फोन कट गया। स्थानीय लोग रात में अकबरपुर तक तलाशने भी गए, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। मृतक के थैले में से रुपये, मोबाइल, हेलमेट भी गायब था। एसपी देहात आदित्य कुमार, सीओ छाता चंद्रधर गौड़, फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। टीम ने घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की है। मृतक के चचेरे भाई बबलू ने तहरीर दी है। सीओ चंद्रधर गौड़ ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह घटना खुदकशी लग रही है। शादी के लिए सात लाख रुपये किसी से मिलना भी प्रमाणित नहीं हुआ है। पहले भी एक बार फरह से बेटी की सगाई के लिए 15 लाख रुपये का इंतजाम न होने के कारण उनकी उम्मीद टूट चुकी थी। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा।
--पापा ने दोस्त के यहां होने की दी थी जानकारी:
गांव में पशु चिकित्सक के नाम से भी नेत्रपाल जाने जाते थे। उनकी तीन संतान में बड़ी बेटी मधु, 20 वर्षीय निशा और 18 वर्षीय बेटा निशांत है। मृतक की छोटी बेटी निशा ने बताया कि रात को पापा ने एक दोस्त के यहां होने का फोन भी किया था। जब पापा का मोबाइल बंद हो गया तो परिवार वालों ने उनके दोस्त से जानकारी ली। पहले तो पापा के दोस्त ने कहा था कि नेत्रपाल आए थे। बाद में कहा कि वह यहां नहीं हैं। गांव वाले मान रहे हैं कि किसी को नेत्रपाल के पास रुपये होने की खबर मिल गई। रुपये लूटने के उद्देश्य से ही नेत्रपाल की हत्या की गई है। दुखद खबर सुनने के बाद बेटी के ससुराल वाले भी मौके पर पहुंच गए थे। देर शाम तक मंगलवार को सगाई और 19 अप्रैल की शादी करने पर परिवार वालों ने निर्णय नहीं लिया था।