लोगों का लुभा रहीं गीता की ब्रजभाषा पोथियां
जागरण संवाददाता, वृंदावन: वृंदावन शोध संस्थान के प्रकल्प श्रीगीता शोध संस्थान में चल रही गीता ज्ञान
जागरण संवाददाता, वृंदावन: वृंदावन शोध संस्थान के प्रकल्प श्रीगीता शोध संस्थान में चल रही गीता ज्ञान निधि प्रदर्शनी में गीता की ब्रजभाषा पोथियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। वर्तमान में संस्कृत भाषा का ज्ञान न रखने वालों के लिए ¨हदी की पुस्तकें बाजार में उपलब्ध हैं। मगर, प्रि¨टग टेक्नालॉजी से पूर्व पाण्डुलिपियों के युग में गीता के ब्रजभाषा अनुवाद की पोथियों को देखकर लोग अचंभित हैं। संस्थान में इन दिनों श्रीमद्भागवत ्गीता के विस्तार पर केंद्रित दस दिवसीय प्रदर्शनी लगाई जा रही है। प्रदर्शनी में पांडुलिपियों के साथ देश के विभिन्न इलाकों से डिजिटिलाइजेशन कर संकलित की गई सामग्री को शामिल किया गया है। ब्रज संस्कृति विश्वकोष के सह-संपादक डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में श्रीमद्भागवतगीताकी ब्रजभाषा परम्परा के गद्य एवं काव्य दोनों पक्षों को मुद्रण तकनीकी से पूर्व युग में पाण्डुलिपियों के जरिए दर्शाया गया है। 16वीं सदी के बाद गीता के ब्रजभाषा में किये गये गद्य एवं काव्य के अनेक अनुवाद मिलते हैं।