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देवोत्थान आज, गूंज उठेंगी सैकड़ों शहनाइयां, होटल-गेस्ट हाउस फुल

इस माह अन्य दिन नहीं मांगलिक कार्य, अगले माह सिर्फ चार दिन ही शादियां, फिर लग जाएगा पूस

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 11:50 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 11:50 PM (IST)
देवोत्थान आज, गूंज उठेंगी सैकड़ों शहनाइयां, होटल-गेस्ट हाउस फुल
देवोत्थान आज, गूंज उठेंगी सैकड़ों शहनाइयां, होटल-गेस्ट हाउस फुल

मथुरा, जासं: लंबे समय के इंतजार के बाद शहर में सिर्फ एक दिन के लिए सैंकड़ों शहनाइयां गूंजेगी। 19 नवंबर को देवोत्थान एकादशी पर बड़ी संख्या में शादियों के आयोजन हैं। इसके बाद यह माह खाली ही जाएगा। वहीं, दिसंबर में भी सिर्फ चार ही दिन मांगलिक कार्य हो सकेंगे।

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देवोत्थान को मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि यह मौका भी चार माह बाद आ रहा है। आचार्य कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी का कहना है कि 23 जुलाई से देवता शयन को चले गए थे। 19 नवंबर को देवोत्थान होगा। केवल इसी दिन मांगलिक कार्य होंगे। क्योंकि बृहस्पति अस्त हो जाने से इस माह शुभ कार्य नहीं हो पाएंगे। फिर 10 से 13 दिसंबर तक सहालग है। इसके बाद 15 से एक माह के लिए पूस लग जाएगा। इधर, सहालग को लेकर बाजार में चहल पहल शुरू हो गई है। गेस्ट हाउस, होटल, बैंड आदि पहले से ही बुक हो चुके हैं। ज्वैलरी, रेडीमेड गारमेंट के बाजार में भी उत्साह है। शुरू हो चुकी खरीदारी: कोषदा ज्वैलर्स के मालिक माधव अग्रवाल का कहना है कि खरीदारी की शुरुआत तो दीपोत्सव से ही हो चुकी है। दिसंबर के पहले पखवाड़े तक बाजार ठीक रहेगा। प्रकाश बैंड के मालिक रशीद कुरैशी का कहना है कि देवोत्थान के लिए बु¨कग हो चुकी है। उनके पास करीब आठ बु¨कग है। इसी तरह, मुकुंद रिसोर्ट के मालिक विनोद कसेरे का कहना है कि सहालग को लेकर बहुत उत्साह नहीं दिख रहा है। इसलिए बु¨कग का आंकड़ा भी बहुत अधिक नहीं है। लहंगा-चुनरी हो रही पसंद: कृष्णा नगर स्थित एक साड़ी विक्रेता ने बताया कि दुल्हनें इस समय लहंगा चुनरी का कलर पसंद करने में लगी हैं। इस समय शादियों को लेकर काफी लेटेस्ट वैरायटी आई हुई है। इसी तरह जेंट्स भी अपनी शेरवानी पसंद कने में लगे हैं। कुछ यही हाल ब्यूटी पार्लरों का हैं। दुल्हनों के अलावा दूल्हों ने भी पार्लर बुक करा लिए हैं।


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