किसान कटाई में व्यस्त, मतदान फीसद हो सकता पस्त
किसान फसल जल्द घर ले जाने की जल्दी में फसल कटाई में अभी लग सकते हैं 15 दिन
मथुरा, जासं। खेतों में चल रही फसल की कटाई मतदान फीसद में कटौती करा सकती है। मौसम के आए दिन बिगड़ रहे मिजाज की आशंका से किसान जल्द से जल्द अपनी फसल खलिहान में ले जाने को उतावला हो रहा है, फिर भी उसे अभी एक पखवाड़े का समय लग सकता है, जबकि मतदान 18 अप्रैल को होना है।
मथुरा लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। बावजूद इसके नेताओं और प्रत्याशियों की नुक्कड़ सभाओं और जनसंपर्क में किसान और मजदूर नजर नहीं आ रहे। उनकी प्राथमिकता इस समय फसल की कटाई बनी हुई है। करीब 10 दिन से चल रही गेहूं की कटाई के पूरे होने में अभी काफी समय लग सकता है। मांट, गोवर्धन, छाता और बलदेव क्षेत्र सभी जगह एक जैसी स्थिति बनी हुई है।
किसानों का कहना है कि फसल घर ले जाने में अभी 15 दिन का समय लग सकता है। मौसम आए दिन बिगड़ रहा है और आंधी-अंधड़ तो एक-दो दिन बाद आ ही रहा है। ऐसे में फसल को सुरक्षित करना उनकी प्राथमिकता है। दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के चुनाव प्रबंधक भी मानकर चल रहे हैं कि किसान इस समय खेतों में ही व्यस्त है।
हालांकि 18 अप्रैल तक गर्मी ज्यादा बढ़ने के आसार नहीं हैं, लेकिन किसान की व्यस्तता मतदान फीसद को प्रभावित कर सकती है। वैसे भी इस बार किसी तरह की लहर नहीं मानी जा रही। कुछ लोगों का मानना है कि इस कारण शहर जैसी ही देहात में पोलिग रह सकती है, जो हर बार मथुरा-वृंदावन से कहीं अधिक होती आई है। यदि मतदान प्रतिशत गिरा तो सभी प्रत्याशियों को नुकसान होने की आशंका सता रही है।