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तरौली गोशाला में दो गाय और मरी, दस की हालत गंभीर

पशुपालन राजस्व और पंचायतराज विभाग के पहुंचे अधिकारीगोशाला के रजिस्टर्ड होने तक प्राइवेट हाथों में सौंपी व्यवस्थाएं

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 11:53 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 06:06 AM (IST)
तरौली गोशाला में दो गाय और मरी, दस की हालत गंभीर
तरौली गोशाला में दो गाय और मरी, दस की हालत गंभीर

जागरण संवाददाता, मथुरा: श्रीस्वामी बाबा गोशाला में तीसरे दिन सोमवार को भी दो गायों ने दम तोड़ दिया। गोशाला में मरने वाली गायों की संख्या बढ़कार 17 हो गई है। 15 गोवंश की मौत शनिवार और रविवार को हो गई थी। गोशाला में दस गायों की हालत गंभीर है। आधा दर्जन चिकित्सक उनके उपचार में लगी है। पशुपालन, राजस्व और पंचायतराज विभाग के अधिकारियों ने दोपहर में गोशाला का निरीक्षण किया। गोशाला के रजिस्टर्ड होने तक पांच ग्रामीणों को सेवा के लिए नियुक्त किया है।

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छाता तहसील के गांव तरौली में श्रीस्वामी बाबा गोशाला है। संचालन वृंदावन के श्रीस्वामी नारायण आश्रम के कृष्ण बल्लभदास और भक्ति शोधदास कर रहे थे। मगर, दोनों चुपचाप गायों को छोड़कर गोशाला से भाग गए थे। ठंड और भूख के कारण तीन दिन में सत्रह गोवंश की मौत हो गई। अभी भी गोशाला में दस गायों की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि करीब तीस गायों की काया जर्जर हो चुकी है। आधा दर्जन चिकित्सक गायों का उपचार कर रहे हैं। दोपहर में एसडीएम छाता नितिन गौड़, पीडी डीआरडीए बलराम सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. भूदेव सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रीतम सिंह और नायब तहसीलदार राखी शर्मा गोशाला पहुंचीं। गायों के रहन-सहन और चारे-दाने की व्यवस्था देखी। चिकित्सक डॉ. एसके मिश्रा के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम गायों का उपचार कर रही है। अभी दस गायों की हालत गंभीर है, जबकि तीस पैंतीस गायों की काया जर्जर हो गई। एसडीएम छाता ने बताया कि गायों की देखभाल के लिये पांच सेवक नियुक्त किए गए हैं, जबकि साफ सफाई के लिए दस सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि गोशाला रजिस्टर्ड नहीं है। इसको रजिस्टर्ड कराया जाएगा। पंजीकृत होने तक इसकी व्यवस्थाएं ग्रामीणों को देखने के लिए कहा गया है।


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