श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए बांके बिहारी के आंगन का होगा विस्तार
प्रबंधन ने लिया निर्णय होली से पहले आंगन का दायरा बढ़ाकर दी जाएगी सुविधा
वृंदावन, जासं। ठा. बांकेबिहारी के लगातार बढ़ते भक्तों के आंकड़े के बाद अब मंदिर के आंगन का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। मंदिर में पर्व-उत्सव और शनिवार-रविवार को लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ प्राचीन आंगन में समा नहीं पाती। भक्तों की सुविधा को प्रबंधन ने मंदिर के आंगन का दायरा बढ़ाने के प्रयत्न शुरू कर दिए हैं।
करीब 156 साल पहले बने इस मंदिर का आंगन अब छोटा प्रतीत होता है। प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आंगन के दायरे को बढ़ाने का निर्णय लिया है।
मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा के अनुसार ठाकुरजी के गर्भगृह के सामने जिस स्थान पर पहले भोग भंडार हुआ करता था। वहां तक आंगन का दायरा बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके लिए मानचित्र पास कराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस कार्य को प्रगति के साथ पूरा कर लिया जाएगा। उम्मीद जताई कि होली से पहले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर का आंगन बढ़ाया जा सकता है। भरतपुर महाराजा ने बनाया था मंदिर
स्वामी हरिदास ने सन1543 में मार्गशीष शुक्ल पंचमी को निधिविन राज मंदिर में ठा. बांके बिहारी के श्रीविग्रह प्राकट्य किया था। निधिवन में ही आराध्य की सेवा पूजा आरंभ की। मंदिर सेवायत गोपी गोस्वामी के अनुसार भरतपुर के महाराजा रतन ¨सह ने सन 1863 में मंदिर का निर्माण कराया।