टेंडर खरीदने पहुंचे ठेकेदार, सिचाई विभाग ने किया बेचने से इन्कार
बरसाती नालों की साफ सफाई के टेंडर खरीदने की आज अंतिम तारीख थी। ठेकेदार जब टेंडर लेने को अधिशासी अभियंता अपर खंड आगरा नहर कार्यालय पहुंचते तो उनको टेंडर देने से इंकार कर दिया। शिकायत मिलने पर गए सिचाई बंधु उपाध्यक्ष को रजिस्टर तक नहीं दिखाया गया। सुझाव और शिकायत रजिस्टर भी नहीं दिया गया। इसकी शिकायत मंडलायुक्त और सीडीओ से की गई है।
जागरण संवाददाता, मथुरा : बरसाती नालों की साफ सफाई के टेंडर खरीदने की सोमवार को अंतिम तारीख थी। ठेकेदार जब टेंडर लेने को अधिशासी अभियंता अपर खंड आगरा नहर कार्यालय पहुंचे तो उनको टेंडर देने से इन्कार कर दिया। शिकायत मिलने पर गए सिचाई बंधु उपाध्यक्ष को रजिस्टर तक नहीं दिखाया गया। सुझाव और शिकायत रजिस्टर भी नहीं दिया गया। इसकी शिकायत मंडलायुक्त और सीडीओ से की गई है।
जिले में 22 बरसाती नालों की सफाई और खोदाई कार्य कराने को अधिशासी अभियंता अपर खंड आगरा नहर के कार्यालय से टेंडर निकाले गए थे। आवेदन पत्र खरीदने के लिए 28 मई से एक जून को दोपहर दो बजे तक मियाद तय थी। अंतिम दिन टेंडर खरीदने के लिए ठेकेदार कार्यालय पहुंच गए, लेकिन संबंधित लिपिक ने अधिशासी अभियंता के आदेश के बाद ही टेंडर देने को कहा। बताया कि 59 टेंडर इससे पहले ही बेच दिए गए थे। ठेकेदारों की शिकायत पर सिचाई बंधु उपाध्यक्ष सुधीर रावत भी कार्यालय पहुंच गए। उस समय कार्यालय में अधिशासी अभियंता मौजूद नहीं थे। संबंधित पटल लिपिक ने इस संबंध में उनको कोई भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया। सिचाई बंधु उपाध्यक्ष ने इसकी शिकायत कमिश्नर और सीडीओ से की। सिचाई बंधु उपाध्यक्ष को कार्यालय का शिकायत और सुझाव रजिस्टर भी कर्मचारियों ने नहीं दिया। सिचाई बंधु उपाध्यक्ष ने अधिशासी अभियंता अपर खंड आगरा नहर पर सफाई कार्य के टेंडर में घपला करने का आरोप लगाया और कहा कि वह इसकी लिखित शिकायत उच्चाधिकारियों से करेंगे। यूं बचे ई टेंडर : उनका कहना था कि साफ सफाई का कार्य का ई-टेंडर किया जाना था, लेकिन अधिकारियों ने ई-टेंडर से बचने के लिए कार्य को टुकड़ों में बांट दिया। इससे वह अपने हिसाब से टेंडर ठेकेदारों को दे रहे हैं। यही कारण है कि जो ठेकेदार सोमवार को टेंडर लेने के लिए आए थे। उनको टेंडर नहीं दिए गए। वर्जन-
सिचाई बंधु उपाध्यक्ष ने कॉल कर ठेकेदारों को टेंडर नहीं दिए जाने की शिकायत की थी। उनसे लिखित शिकायत देने के लिए कहा गया है। लिखित शिकायत पर जांच कराई जाएगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-नितिन गौड़, मुख्य विकास अधिकारी