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दान का संवैधानिक नाम आरक्षण: कोकजे

जागरण संवाददाता, वृंदावन: विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि जिस तरह मंदिर मठों में पहले ग

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jun 2018 11:30 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jun 2018 11:30 PM (IST)
दान का संवैधानिक नाम आरक्षण: कोकजे
दान का संवैधानिक नाम आरक्षण: कोकजे

जागरण संवाददाता, वृंदावन: विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि जिस तरह मंदिर मठों में पहले गरीबों को दान दिया जाता था, उसी व्यवस्था को संवैधानिक स्तर पर आरक्षण नाम दे दिया गया है। हालांकि उनका मानना है कि जब तक जरूरत है तब तक आरक्षण व्यवस्था को लागू रखना चाहिए। श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण अयोध्या में शीघ्र हो जाएगा। उम्मीद है कि छह महीने में अदालत अपना निर्णय सुना देगी। इसके बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा।

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विश्व ¨हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने श्रीकृष्ण कृपा धाम में मंगलवार को पत्रकारों से बात की। आरक्षण को लेकर विहिप के ²ष्टिकोण पर कोकजे ने कहा कि आरक्षण का मुख्य कारण असमानता है। ¨हदू धर्म में हमेशा से ही असमानता दूर करने के प्रयत्न होते रहे हैं। इसके प्रमाण मंदिर, आश्रमों में गरीबों को दान और उनकी मदद करना है। संवैधानिक स्तर पर इसे आरक्षण का नाम दे दिया गया। मगर, जब तक जरूरतमंदों को उनके अधिकार नहीं मिल जाते आरक्षण लागू रहना चाहिए।

राममंदिर विवाद पर कहा कि मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। अब मात्र भूमि विवाद पर अदालत को निर्णय देना है। इसके लिए अब अदालत केवल पक्षकारों को सुनेगी, जिनकी संख्या चार या पांच है। इसके बाद अदालत अपना निर्णय सुना देगी। कहा कि अदालत में पुराने अभिलेखों के अलावा कुछ लोगों ने निर्णय में बाधा उत्पन्न करने के लिए नए अभिलेख भी प्रस्तुत किए। जिन्हें अदालत ने अस्वीकार कर दिया। इलाहाबाद न्यायालय के आदेश के आधार पर अभिलेखों और सुनवाई करने के बाद सुप्रीम कोर्ट अपना निर्णय सुनाएगी। बताया कि कुछ अभिलेख उर्दू और फारसी में थे, प्रदेश सरकार ने इनका तीन महीने में ¨हदी अनुवाद करवाकर अदालत में प्रस्तुत कर दिया। अदालत की छुट्टियां खत्म होने के बाद सुनवाई का दौर शुरू हो जाएगा।

विहिप के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया द्वारा खड़े किए जा रहे विहिप के समांतर संगठन के सवाल पर कहा कि ¨हदू समाज को संगठित करने की जिम्मेदारी केवल विहिप की ही नहीं। इसके लिए और भी लोग खड़े होंगे तो ये ¨हदुओं के लिए अच्छा होगा। समांतर संगठन कोई भी खड़ा कर सकता है। मगर, विरोध में संगठन खड़ा करने पर उसे माकूल जवाब भी दिया जाएगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।

वृंदावन प्रवास के सवाल पर कहा कि विहिप हमेशा संतों के साथ मंथन कर मार्गदर्शन लेता रहता है। पिछले दिनों अयोध्या के संतों के साथ बातचीत हुई और मार्गदर्शन लिया। इसी क्रम में वृंदावन में संतों के साथ मुलाकात कर उनका मार्गदर्शन लेने के लिए दो दिन का प्रवास किया है।

ये रहे मौजूद :

विहिप के अंतराष्ट्रीय महामंत्री संगठन दिनेश, जेवेश्वर मिश्र, अशोक तिवारी, राजकुमार शर्मा, कै. हरिहर शर्मा, राजनारायण द्विवेदी, मदनगोपाल बनर्जी, रमेश कुमार शर्मा, रामनाथ शर्मा, घनश्याम ¨सह मौजूद रहे।


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