पारा 3 डिग्री : प्रचंड ठंड से कांपने लगे हाड़
अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस शीत लहर का कहर जारी तीन दिन से लगातार छा रहा सुबह कोहरा नहीं हो रहे सूर्य के दर्शन
जागरण संवाददाता, मथुरा: हाड़ कंपाने वाली प्रचंड ठंड से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। न्यूनतम तापमान तीन डिग्री और अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। बुधवार को दूसरा कोल्ड डे रहा। तीन दिन से लगातार सुबह कोहरा छा रहा है और सूर्य के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। आम आदमी पर शीत लहर की मार बरकरार पड़ रही है। गलन सता रही है। कंपकंपी बंद नहीं हो पा रही है।
लगातार दूसरी बार बुधवार को कोल्ड डे की स्थिति पैदा हो गई। 11 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। 12 जनवरी को तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ छह डिग्री सेल्सियस पर आ गया। पिछले एक सप्ताह से लगातार न्यूनतम तापमान चार-पांच डिग्री सेल्सियस मापा जा रहा है। मंगलवार रात को केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मखदूम फरह के तापमापी पर न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इससे पहले सोमवार रात को न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक आ गया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कान्हा की नगरी किस कदर ठंड की गिरफ्त में आ गई है। शीतलहर से गलन और ठिठुरन पैदा हो गई। आम आदमी की कंपकंपी बंध रही है। घरों से निकलना तक मुश्किल हो गया है। हालात, टंकियों का पानी बर्फ जैसा ठंडा हो गया। सूर्य के दर्शन नहीं हो रहे हैं। दिन भर बादल छाए रहते हैं। सुबह आठ-नौ बजे तक कोहरा छाया रहता है। प्रचंड ठंड से कामकाज की गति धीमी हो गई है। इस स्थिति में सर्वाधिक परेशानी किसानों को हो रही है। खेतों की रखवाली के लिए रात को खेत पर गए गांव नसीटी के एक वृद्ध किसान ठंड में सोते ही रह गए। बेसहारा और जंगली जानवरों से फसलों को बचाने को किसानों की रात खेतों पर कट रही है। सुरीर के किसान शिवराम शर्मा और भाकियू लोकशक्ति के मंडल उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राजपूत का कहना है, किसानों के लिए मुसीबत बने बेसहारा और जंगली जानवरों से छुटकारा दिलाने को प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।