गड़बड़ियों की नगर विकास विभाग करेगा जांच
जागरण संवाददाता, मथुरा: मथुरा-वृंदावन नगर निगम में व्याप्त गड़बड़ियों की जांच अब नगर विकास विभाग करेगा
जागरण संवाददाता, मथुरा: मथुरा-वृंदावन नगर निगम में व्याप्त गड़बड़ियों की जांच अब नगर विकास विभाग करेगा। मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष सचिव ने नगर आयुक्त एवं लेखाधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं।
शिकायत में नगर निगम के पिछले दो वित्तीय सालों का विशेष ऑडिट कराने की मांग भी की गई है।
पार्षद राजेश ¨सह ¨पटू की शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष सचिव रिग्जियान सैंफिल ने नगर विकास विभाग एवं नगरीय रोजगार व गरीबी उन्मूलन के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव या सचिव स्तर से जांच कराने को कहा है। कहा गया है कि जांच रिपोर्ट आगामी 3 मई तक दाखिल की जाए।
मुख्यमंत्री से शिकायत की गई थी कि नगर आयुक्त एवं लेखाधिकारी द्वारा वित्तीय अनियमितताएं की गई हैं। उक्त अधिकारियों ने नगर निगम के वर्ष 2017-18 का बजट स्वीकृत कराए बिना ठेकेदारों के करोड़ों के भुगतान कमीशन लेकर कर दिए हैं। बजट की स्वीकृति शासन या बोर्ड से नहीं कराई गई।
एसटीपी और नलकूप संचालन का ठेका उठाए बिना उनका साल 2017 व 2018 का भुगतान कर दिया गया। नगर निगम की संपत्तियों और करों समेत पुराने भुगतानों को सूचीबद्ध नहीं कराया गया है। इससे फर्जी भुगतान नहीं रुक रहे हैं और नगर निगम की संपत्तियां खुर्द-बुर्द किए जाने की आशंका है। शिकायती पत्र में केंद्र सरकार की अमृत और हेरिटेज योजना के असफल संचालन और एसटीपी संचालन में कोताही बरत कर यमुना प्रदूषण बढ़ाने के आरोप भी लगाए गए हैं। इसी के साथ वित्तीय वर्ष 20-16-17 व 2017-18 का विशेष ऑडिट कराने की मांग भी की गई है।
इसी प्रकार के आरोपों की एक जांच मंडलायुक्त स्तर पर भी चल रही है। नगर आयुक्त डॉ. उज्ज्वल कुमार ने बताया है कि मंडलायुक्त के यहां चल रही जांच में उन्होंने अपना जवाब दे दिया है। शासन में क्या शिकायत हुई है, इसकी जानकारी नहीं है। शासन से कुछ पूछा जाएगा तो उसका भी जवाब अवश्य देंगे।