निगम के वार्डों में फ्लाप शो साबित हो रहीं चौपालें
जागरण संवाददाता, मथुरा: नगर निगम में शामिल गांवों समेत निगम की पिछड़ी बस्तियों को भी ग्रामीण इलाका मा
जागरण संवाददाता, मथुरा: नगर निगम में शामिल गांवों समेत निगम की पिछड़ी बस्तियों को भी ग्रामीण इलाका मानते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने ग्राम चौपाल आयोजित की हैं। यह 13 जून तक चलेंगी।
वहीं नगर निगम की बस्तियों में खानापूरी की जा रही हैं। चौपालों में पहुंचने वाले अधिकारियों को न तो प्रदेश और केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी है और न ही इनसे संबंधित कोई प्रपत्र है, जिसे लोगों को बांटा जा सके।
जिला प्रशासन ने ग्राम चौपालों का कार्यक्रम चार जून से शुरू होना बताया है, लेकिन चौपालों की सूची सात जून को जारी की गई है। जाहिर है नगर निगम के चयनित वार्डों में पहले तीन दिन चौपालें आयोजित नहीं की गई। सीडीओ कार्यालय से जारी सूची के अनुसार सात जून को रोटी गोदाम क्षेत्र में चौपाल होनी थी, लेकिन अधिकारियों ने स्वेच्छा से स्थान बदलकर कृष्णापुरी कर लिया। इसका कोई प्रचार-प्रसार नहीं कराया गया, जबकि स्थानीय पार्षद ने रोटी गोदाम के लिए ही मुनादी कराई थी। फलस्वरूप यह चौपाल फ्लाप साबित हुई। बस्तियों में हो रही चौपालों में जिला स्तरीय अधिकारी नहीं पहुंच रहे। जो नोडल व सह नोडल अधिकारी आ रहे हैं, उन्हें केंद्र व प्रदेश की कल्याणकारी योजनाओं की कतई जानकारी नहीं है। वह योजनाओं की केवल सूची पढ़कर सुना रहे हैं। बीते दिन देव नगर में हुई चौपाल में महापौर डॉ. मुकेश आर्यबंधु स्वयं शामिल हुए, लेकिन यहां भी समस्याओं का निस्तारण नहीं कराया गया।
नगर निगम के कार्यकारिणी समिति के उप सभापति हेमंत अग्रवाल का कहना है कि वार्डों में 13 जून तक चौपाल लगाई जानी हैं। तारीख वार इनका प्रचार-प्रसार संबंधित वार्डों के पार्षदों ने तो किया है, लेकिन प्रशासनिक प्रचार कतई नहीं हो रहा। निगम क्षेत्र में अभी 13 स्थानों पर चौपालें होनी है। प्रशासन गंभीरता से काम ले तो लाभार्थियों की संख्या बढ़ सकती है।