बरसात के पानी से भरे गडढे में डूबकर बालक की मौत
घर से एक दिन पूर्व बच्चों के साथ निकला था खेलने, परिजनों ने सातवीं के छात्र को पूरी रात तलाश किया था
संवाद सूत्र, सुरीर: नौहझील के गांव नावली के विजय ¨सह उर्फ वकील चौधरी का बेटा चमन (12) शनिवार की शाम गांव के बच्चों के साथ खेलने के लिए घर से निकला था।
बच्चे खेलते-खेलते गांव से बाहर ईंट भट्ठा पर पहुंच गए। वहां एक बड़ा गड्ढा बरसात के पानी से लबालब था। इसे देख बच्चे उसमें नहाने लगे। चमन भी पानी में उतर गया और उसका पैर स्लिप हो गया। बच्चों ने उसे डूबते हुए देखा, लेकिन डर के कारण उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा और अपने-अपने घरों में पहुंच गए। उधर, जब रात तक चमन घर नहीं लौटा तो परिजनों को फिक्र हुई और वे उसके खोज में निकल पड़े। पूरी रात उसका कहीं कोई पता नहीं चला। सुबह गड्ढे के पास बच्चे की चप्पलें देख ग्रामीणों ने विजय ¨सह को सूचना दी। विजय ¨सह परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे तो चप्पलों को पहचान लिया। फिर तो वहां भीड़ लग गई और कुछ तैराक युवक गड्ढे में उतर पड़े। थोड़ी ही देर में उन्होंने चमन के शव को बाहर निकाल लिया। बाद में गांव के ही बच्चों ने इसकी पुष्टि की कि चमन उनके सामने ही डूबा था, मगर उन्होने डर के कारण यह किसी को नहीं बताया। चमन चार बहनों के बीच अकेला भाई था। इकलौते बेटे की मौत से विजय ¨सह व उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने बताया कि चमन बाजना के आर्केडियन स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता था।