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बीआरसी छाता के रिकॉर्ड रूम में लगी आग, दस्तावेज राख

फर्जी शिक्षक भर्ती दस्तावेज जलने की आशंका रिकॉर्ड रूम में नहीं था बिजली कनेक्शन

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 12:07 AM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 06:25 AM (IST)
बीआरसी छाता के रिकॉर्ड रूम में लगी आग, दस्तावेज राख
बीआरसी छाता के रिकॉर्ड रूम में लगी आग, दस्तावेज राख

कोसीकलां(मथुरा), संसू। बीआरसी छाता कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में बुधवार की दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। कर्मचारियों की मौजूदगी में हुए इस अग्निकांड में कमरे में रखा सामान, अभिलेख, फर्नीचर जलकर राख हो गया। अग्निकांड में छात्र-छात्राओं के 250 कार्टून जूते, अध्यापकों से जुड़े दस्तावेज भी तक जल गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि शिक्षक भर्ती घोटाले, एरियर संबंधी दस्तावेज भी हो सकते हैं। एबीएसए ने अज्ञात के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।

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छाता के तहसील परिसर के बराबर स्थित एबीआरसी छाता कार्यालय कैंपस में बने रिकार्ड रूम में बुधवार की सुबह 11.30 बजे अचानक आग लग गई। हैरानी की बात यह है कि इस कक्ष में किसी भी प्रकार का विद्युत कनेक्शन नहीं है। घटना के समय वहां कर्मचारी मौजूद थे। धुआं निकलता देख शोर- शराबा हुआ। कर्मचारियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन तब तक आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद दमकल से आग पर काबू पाया जा सका। आग में करीब 250 कार्टून जूते व दस्तावेज जलकर राख हो गए। आशंका जताई जा रही है कि इस अग्निकांड में शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित दस्तावेज, एरियर अनियमितता और स्कूल मान्यता संबंधित फाइल हो सकती हैं। सबसे ज्यादा फर्जी शिक्षक छाता में ही तैनात किए गए थे। खंड शिक्षाधिकारी संजय सिंह ने बताया कि करीब 20 से 30 फीसद तक कागजात जल गए हैं। इनमें कोई भी महत्वपूर्ण कागज नहीं जला है। महत्वपूर्ण कागज अलमारी में रखे हुए थे। अलमारी के ऊपर रखे कागज ही जले हैं। कक्ष में रखे 250 कार्टून जूते पूरी तरह से जलकर राख हुए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि कार्टूनों की कीमत लाखों है। खंड शिक्षाधिकारी संजय सिंह ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कर्मचारियों पर उठे सवाल

कोसीकलां: खंड शिक्षाधिकारी के मुताबिक जिस वक्त कक्ष में आग लगी, उस समय कार्यालय में पांच कर्मचारी मौजूद थे। इस कक्ष में बिजली की लाइन तक नहीं है। आशंका है कि साजिश के तहत आग लगी है। सवाल यह भी उठा रहा है कि अगर किसी ने आग लगाई भी थी तो वहां मौजूद कर्मचारियों में से किसी को विकराल रूप धारण करने तक पता नहीं चला। संभव है कि कर्मचारी अपनी डयूटी पर ही तैनात नहीं थे। फर्जी डिग्री के जलने की भी आशंका

मथुरा: आशंका यह भी व्यक्त की जा रही है कि वर्ष 2004-2005 की फर्जी बीएड डिग्री के दम पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के दस्तावेज भी जलकर राख हो सकते हैं। डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि से वर्ष 2004-2005 में बीएड करने वालों में 47 सौ नाम ऐसे सामने आए थे, जिन्होंने फर्जी डिग्री के दम पर बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी प्राप्त की थी। मथुरा में भी फर्जी बीएड की डिग्री दम पर शिक्षक बनने वाले 54 नाम सामने आए थे। सूत्रों पर विश्वास करें तो यह संख्या 100 से ज्यादा थी। इस सीडी को सभी खंड शिक्षाधिकारियों को दिया गया है, ताकि अपने-अपने क्षेत्र के शिक्षकों के नाम बीएसए को उपलब्ध कराए जा सकें।


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