476.67 लाख रुपये से होगी नहरों की सफाई
अक्टूबर में सिल्ट सफाई का होगा कार्य शुरू सिचाई विभाग ने तैयार की योजना
जासं, मथुरा: रबी फसलों की सिचाई के लिए रजबहा और माइनरों की टेल तक पानी पहुंचाने के लिए सिल्ट सफाई का कार्य अक्टूबर में शुरू हो जाएगा। इस बार करीब 1135.830 किलोमीटर लंबाई में सफाई का कार्य होगा। इसके लिए 476.67 लाख रुपये की योजना प्रस्तावित की गई।
मानसून की बारिश रबी फसलों के लिए के लिए फायदेमंद रही है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में सरसों की बुवाई इसी नमी पर हो जाएगी। अक्टूबर में आलू और नवंबर में गेहूं बुवाई का कार्य शुरू होगा। रबी की फसलों के लिए किसानों को पलेवा के लिए पानी की आवश्यकता नवंबर के पहले सप्ताह में अधिक होगी। सिचाई विभाग ने इससे पहले रजबहा और माइनरों को साफ कराने की योजना तैयार कर ली है। 476.67 लाख रुपये की लागत से 1135.830 किलोमीटर लंबी नहरों की सिल्ट सफाई कराई जाएगी। अपर खंड आगरा नहर में 318 लाख रुपये में 768.330 किमी, मांट ब्रांच खंड गंग नहर में 140 लाख रुपये में 321.200 किमी, लोअर खंड आगरा नहर में 5 लाख में 18.80 किमी, ऊपरी मांट शाखा गंगा 11 लाख रुपये से 27.500 किमी लंबाई में सफाई का कार्य कराया जाएगा। सिचाई बंधु उपाध्यक्ष सुधीर रावत ने बताया, जिले में नहरों की कुल लंबाई 1311.62 किमी है। इनकी 131 टेल हैं। इनकी सफाई का कार्य अक्टूबर में शुरू होगा और नवंबर में पूरा हो जाएगा। इस बार पिछले सालों की तरह टेल तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। किसानों को सिचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने की भी कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया, जिलाधिकारी की मीटिग के साथ नहर बंदी का तारीख तय हो जाएगी और सफाई कार्य पूरा कराने की समय सीमा निर्धारित हो जाएगी।