टूटा रिकार्ड, एक दिन में 32 डेंगू मरीज, दो की मौत
बेटी की मौत से आक्रोशित स्वजन ने जिला अस्पताल में काटा हंगामा असगरपुर में भी एक मौत अब जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या हुई 35
जागरण संवाददाता, मथुरा: जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित बालिका की उपचार के दौरान मौत हो गई। आक्रोशित स्वजन ने बेटी की मौत को लेकर जमकर हंगामा काटा। हालांकि पुलिसकर्मियों ने समझा-बुझाकर उन्हें शांत किया। उधर, निजी हास्पिटल में भर्ती असगरपुर के एक किशोर की मौत हो गई है। अब जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या 35 हो गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अभी तक 17 मरीज ही बुखार से मौत के शिकार हुए हैं। उधर, सोमवार को सरकारी रिपोर्ट में भी एक दिन में सबसे अधिक 32 डेंगू मरीज मिले हैं। सौंख रोड के सुखदेव नगर निवासी शाहरूख की छह वर्षीय बेटी सराया की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सराया की तबीयत दो दिन पहले ही खराब हुई थी। जिसके चलते उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। दोपहर में सराया की मौत हो गई। जानकारी पर स्वजन ने हंगामा किया। स्वजन ने चिकित्सक व हास्पिटल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। मासूम की दादी मेहरून ने बताया कि थोड़ी देर पहले तक सराया ठीक थी। एक साथ उसकी हालत बिगड़ी, लेकिन नर्सों ने कोई सुनवाई नहीं की, जिसकी वजह से मासूम की मौत हो गई। डा. अमन कुमार ने बताया कि बच्ची की हालत पहले से ही बहुत गंभीर थी। लापरवाही का आरोप लगाने की बात गलत है। हमारा स्टाफ लगातार मरीजों की निगरानी में लगा हुआ है।
उधर, गोवर्धन रोड के असगरपुर निवासी 17 वर्षीय किशोर की एक निजी हास्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह पिछले एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित था। ब्लड जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। वहीं एक दिन में मिले 32 डेंगू मरीजों का भी रिकार्ड बन गया। क्योंकि अब से पहले सरकारी रिपोर्ट में एक दिन में सबसे अधिक 22 मरीजों की पुष्टि हुई थी। अब जिले में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 704 हो गई है। नोडल अधिकारी डा. भूदेव सिंह ने बताया कि 32 डेंगू मरीजों में वृंदावन, फरह, राल क्षेत्र में सबसे अधिक हैं।