कोरोना से मृत लोगों की आत्म शांति के लिए सुनाई भागवत
संस मथुरा वृंदावन में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते अपनी जान गंवा चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक महीने तक लगातार श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कर आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने अनोखा अनुष्ठान किया। इस आयोजन में दुनियाभर के 20 देशों से लाखों श्रद्धालु ऑनलाइन शामिल हुए। भागवत कथा का अमृतपान किया।
संस, मथुरा : वृंदावन में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते अपनी जान गंवा चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक महीने तक लगातार श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कर आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने अनोखा अनुष्ठान किया। इस आयोजन में दुनियाभर के 20 देशों से लाखों श्रद्धालु ऑनलाइन शामिल हुए। भागवत कथा का अमृतपान किया।
राधाकांत मंदिर में एक महीने की कथा का आयोजन आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने कोरोना से मृतकों के निमित्त किया। बताया कि पद्म पुराण में उल्लेख है श्रीमद्भागवतान्मुक्ति:। श्रीमद्भागवत से प्रत्येक व्यक्ति की मुक्ति संभव है। जब धुंधकारी की मृत्यु हुई और गया श्राद्ध तक से उसकी मुक्ति संभव नहीं हुई, तब गोकर्णजी ने उनके लिए श्रीमद्भागवत कथा का साप्ताहिक आयोजन किया और उससे धुंधकारी विमान में बैठकर भगवत धाम गए। आचार्य मृदुलकांत ने कहा वहां एक व्यक्ति की मुक्ति का विषय था। लेकिन यहां तो लाखों लोगों की मुक्ति के लिए उपाय करना था, इसलिए एक महीने की श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया। इसे 20 से अधिक देशों के भक्तों ने ऑनलाइन श्रवण किया। विशेषकर उन परिवारों ने जिनके किसी परिवारीजन या संबंधी की मृत्यु कोरोना संकट में हुई।