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बांकेबिहारी के नियमित भक्तों की बढ़ी मुश्किल

कतार में लगकर ही पहुंचना पड़ रहा है तो समय व साधना में हो रही देरी

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 06:11 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 06:11 AM (IST)
बांकेबिहारी के नियमित भक्तों की बढ़ी मुश्किल
बांकेबिहारी के नियमित भक्तों की बढ़ी मुश्किल

संवाद सहयोगी, वृंदावन: ठा. बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने व कोविड-19 के नियमों का पालन कराने के लिए नए नियम और बैरीकेडिग की कड़ाई के बाद बांकेबिहारी के नियमित भक्तों की मुश्किल बढ़ गई है। इन भक्तों का नियम है कि जब तक ठा. बांकेबिहारी के दर्शन नहीं कर लेते, तब तक वे अन्न-जल ग्रहण नहीं करते। ऐसे में घंटों कतार में लगना और फिर दर्शन पाना ऐसे नियमित श्रद्धालुओं के लिए कड़ी चुनौती बन रहा है। नियमित दर्शन का पालन करने वाले श्रद्धालु अब मंदिर प्रबंधन और प्रशासन से उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की मांग कर रहे हैं।

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ठा. बांकेबिहारी मंदिर में नियमित रूप से दर्शन कर दिनचर्या शुरू करने वाले भक्तों की संख्या चार से पांच सैकड़ा के बीच है। ऐसे श्रद्धालुओं को लाकडाउन के दौरान भी बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा है, अपने नियम को तोड़ना पड़ा। लेकिन अब जबकि मंदिर में दर्शन खुल रहे हैं, तो मंदिर आ रहे हैं। उनकी दिनचर्या ही ठा. बांकेबिहारी के दर्शन के बाद शुरू होती है। इनमें स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ दर्जनों श्रद्धालु दूसरे शहर से भी नियमित रूप से आते हैं। जबकि वर्तमान में हालात ये हैं कि ऐसे श्रद्धालुओं को आम श्रद्धालुओं की तरह घंटों कतार में लगकर ही मंदिर में प्रवेश मिल रहा है। फिलहाल नई व्यवस्था पर विचार नहीं: मंदिर में कोविड के नियमों का पालन कराने के लिए जो व्यवस्था की गई है, उसका पालन हर श्रद्धालु को करना होगा। वैकल्पिक व्यवस्था फिलहाल करने का कोई इरादा नहीं है। जो भी दूसरी व्यवस्था की जाएगी, उसके बाद भक्तों के अंदर भेदभाव की भावना उत्पन्न होने लगेगी।

उमेश सारस्वत, प्रबंधक, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर।


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