बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर किया निजीकरण का विरोध
एआइबीईए व यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
मथुरा : एआइबीईए व यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बैंक कर्मियों की हड़ताल के चलते गुरुवार सुबह पूरे जिले के बैंक व एलआइसी कर्मचारी चौकी बाग बहादुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा पर एकत्रित हुए जहां उन्होंने सरकार की निजीकरण की नीति के विरोध में प्रदर्शन किया। यूपीबीयू के जिला सचिव केके पांडेय ने बताया कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को समाप्त करना चाहती है। सरकार बैंकों का निजीकरण कर उन्हें कारपोरेट सेक्टर को बेचना चाहती है, जो जनता की मेहनत की कमाई को अपने उद्योगों में लगाना चाहते है। सरकार ने किसानों के खिलाफ संसद में विधेयक लाकर उनके हितों के साथ खिलवाड़ किया है। सरकारी नौकरियों को खत्म कर निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे बेरोजगारों कि संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। इसमें जगमोहन शर्मा, विपिन कुमार, पंकज, मुकेश कुमार, राजेश यादव, महेश शर्मा, शोभित वर्मा, कुलदीप शर्मा, मोहर सिंह, दीपक जौहरी, प्रवीण, निशांत, विकास, एनसी शर्मा, महेंद्र पाल शर्मा, योगेंद्र माहेश्वरी, विजय शर्मा, लोकेंद्र, हरिओम, देवकीनंदन और पवन मौजूद रहे।
मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, मथुरा : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, श्रमिक संघ, महिला फेडरेशन, स्टूडेंट्स फेडरेशन, नौजवान सभा ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। 62 वर्ष में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की छटनी बंद करने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की। शिक्षा के निजीकरण का विरोध किया गया।
कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान रोजगार देने, बेरोजगारों को दस हजार रुपये प्रति माह देने, संविधान की हिफाजत करने की मांग की गई। ऊषा शर्मा, डा. नरेंद्र सिंह सिसौदिया, एड. गफ्फार अब्बास, रवि शर्मा, एड. जब्बार अब्बास, राधा चौधरी, हेमलता, अनवर, इकबाल अहमद, अब्दुल अशफाक, छीतो, विनीता, बृजरानी, मीना शर्मा, मंजुला चौहान मौजूद रहे।