शुभ घड़ी पर नामांकन की मुहूर्त
मुहूर्त ठीक न होने पर शुरुआती दिनों में नहीं दाखिल हुए नामांकन राजयोग को प्रत्याशी दिखा रहे कुंडली आठ नामांकन
ऋषि भारद्वाज,मथुरा: पहले चरण को नामांकन प्रक्रिया शुरू हुए तीन दिन गुजर गए। कोई प्रत्याशी पर्चा भरने नहीं पहुंचा। 17 जनवरी से शुभ घड़ी शुरू हो गई है। सोमवार को आठ प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया। ज्योतिषाचार्यो से कुंडली दिखाकर राजयोग भी पूछा जा रहा है।
मथुरा की पांच विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव आयोग ने नामाकंन के लिए 14 जनवरी से 21 जनवरी तक का समय निर्धारित किया है। प्रत्याशी नामांकन के लिए भी ज्योतिष का सहारा ले रहे हैं। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार प्रत्याशी अब तक शुभ नक्षत्र, शुभ दिन, शुभ घड़ी का इंतजार कर रहे थे। ज्योतिषाचार्य व दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान के निर्देशक पंडित कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि 14-15 को संक्रांति के कारण प्रत्याशियों ने नामांकन नहीं किए, 15 जनवरी को चतुर्दशी थी। इस दिन नामांकन करना कमजोर माना जाता है। 17 जनवरी पूर्णिमा को पुनर्वसु नक्षत्र रहा, इसीलिए इस दिन नामांकन भी हुए। 18 जनवरी को पुष्य नक्षत्र है, 19 जनवरी को नक्षत्र शुभ नहीं है। इसके बाद 20 जनवरी को सुबह 8.30 बजे के बाद आवश्यकता मघा नक्षत्र में नामांकन करना शुभ होगा। 21 जनवरी को सुबह 8.50 बजे तक तृतीया तिथि है, इस दिन नामांकन करने वाले प्रत्याशी इस समय से पूर्व अपना नामांकन संबंधी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य बनवारीलाल गौड़ ने अपनी गणना रखते हुए दिन और समय दिए हैं, जो नामांकन करने के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त के रूप में हैं।
आचार्य पंडित बनवारीलाल गौड़ के अनुसार मंगलवार 18 जनवरी का दिन श्रेष्ठ है, सुबह 10 बजे से तीसरे पहर 3 बजे तक नामांकन का सबसे श्रेष्ठ समय मुहूर्त के अनुसार निकल रहा है। गुरुवार 20 तारीख को दिन में एक से तीन बजे का समय छोड़कर बाकी किसी भी समय में नामांकन दाखिल करना उचित रहेगा। दोपहर एक से तीन तक राहु काल बेला है। 20 तारीख बहुत ही श्रेष्ठ है और 21 तारीख को 12 बजे से 4 बजे के बीच में समय बहुत ही श्रेष्ठ है। ये हैं राजयोग के लक्षण
-उच्च राशिस्थ ग्रहों का होना
-स्वक्षेत्री एवं मित्र क्षेत्री ग्रहों का होना
-पाराशर ऋषि के मतानुसार केंद्रेश एवं त्रिकोणेश का संबंध होना
-ज्योतिष ग्रंथों में वर्णित राजयोग के लक्षणों का होना
-दशा-अंर्तदशा एवं वर्ष कुंडली पर विचार शुभ मुहूर्त में टिकट के लिए प्रयास करना नामांकन के लिए शुभ मुहुर्त
अश्विनी, रोहिणी, पुर्नवसु, पुष्य, हस्त, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा, रेवती, उत्तरात्रय आदि, इन नक्षत्रों में चंद्रवल देखकर नामांकन पत्र भरें तो शुभ होगा। यानी कि प्रत्याशी के नाम राशि से चतुर्थ और अष्टम तथा द्वादश चंद्रमा नहीं होना चाहिए। साथ ही शुभ लगन होना चाहिए।