महिला कांस्टेबल पर तेजाब डालने का एक आरोपित गिरफ्तार
संजय ने दी थी शादी न करने पर सबक सिखाने की धमकी
मथुरा, जासं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर तैनात महिला कांस्टेबल पर तेजाब डालने के एक आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को बालाजीपुरम क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके तीन साथ भागने में सफल हो गए।
बुलंदशहर के थाना शिकारपुर निवासी महिला कांस्टेबल पर तेजाब डालने में चार युवक नामजद थे। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए चार पुलिस टीमों को लगाया गया। पुलिस टीम संजय उर्फ बिट्टू निवासी बिजलीपुर थाना खुर्जानगर बुलंदशहर और उसके साथी सोनू, हिमांशू और बॉबी की तलाश कर रही थीं। पुलिस ने सोनू को शाम करीब चार बजे गिरफ्तार कर लिया, उसके साथ भागने में सफल रहे।
खर्जा से खरीदा था तेजाब: पुलिस को पूछताछ में सोनू ने बताया कि संजय और महिला कांस्टेबल एक-दूसरे को करीब सात-आठ साल से जानते थे। संजय कांस्टेबल पर शादी के लिए दबाव डाल रहा था, लेकिन कांस्टेबल ने इन्कार कर दिया। परिजनों ने उसका रिश्ता भी तय कर दिया था। इसी बात से संजय खफा हो गया था। कांस्टेबल को सबक सिखाने संजय ने सोनू की मदद ली। हिमांशु, बॉबी और किशन को भी अपने साथ लिया। पांचों लोग बाबी की कार डीएल 2 सी-एए-8381 से पहले खुर्जा पहुंचे। यहां के पहासु अड्डा स्थित हिमा ट्रेडिग से छह सौ रुपये में दो लीटर तेजाब खरीदा। सभी रात को करीब 12 बजे गोकुल बैराज मोड़ पर आ गए। सभी ने तीन चार घंटे यहां गुजारे। संजय को पता था कि कांस्टेबल ड्यूटी के लिए कब घर से निकलेगी। सभी 3.45 बजे कांस्टेबल के आवास के पास मुहल्ला दामोदरपुरा आ गए। कार को ट्रक के पीछे खड़ी कर कांस्टेबल का इंतजार करने लगे। तेजाब संजय ने पीछे से डाला था। बाबी कार स्टार्ट करके खड़ा था। इसके बाद सभी गाड़ी में बैठ हाईवे पर आ गए। यहां कार छोड़ दिया। संजय, किशन, बॉबी अलग चले गए। वह हिमांशु के साथ भरतपुर चला गया। संजय पर असलाह भी हैं। उसने कहा था कि कांस्टेबल बच गई तो उसे और उसकी सहेली को गोली मार कर मौत के घाट उतार दूंगा। भेजा प्रस्ताव: एसएसपी ने बताया कि पीड़िता को आर्थिक सहायता के लिए उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष से आर्थिक सहायता दिलाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। ये कैसी चेकिग: सोनू जिस स्थान पर कार में तीन चार घंटे खड़े होकर तड़के तक कांस्टेबल का इंतजार करने की जानकारी पुलिस को दे रहा है, इससे पुलिस चेकिग भी संदेह के घेरे में आ गई हैं। यहां पुलिस पिकेट चौबीस घंटे तैनात रहती है। सवाल यह है कि इस बीच पुलिस ने कार को चेक तक नहीं किया, जबकि पुलिस अधिकारी दावा कर रहे नाकाबंदी कर चेकिग कराई जा रही है। इस समय चुनाव चल रहा है।