Move to Jagran APP

चिलचिलाती धूप में भी 84 कोस की डंडौती परिक्रमा

भक्ति में है शक्ति के पर्याय बने प्रतापगढ़ के शिवकांत पांच अप्रैल से हसनपुर हरियाणा से शुरू की परिक्रमा महावन क्षेत्र में पहुंचे

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 12:10 AM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 06:25 AM (IST)
चिलचिलाती धूप में भी 84 कोस की डंडौती परिक्रमा
चिलचिलाती धूप में भी 84 कोस की डंडौती परिक्रमा

लक्ष्मीनगर(मथुरा), संसू। भक्ति में ही शक्ति है। तभी तो चिलचिलाती धूप में राधाकृष्ण के भक्त शिवाकांत मिश्र चौरासी कोस की डंडौती परिक्रमा लगा रहे हैं। महावन तहसील के गांव कारब के समीप उन्हें देखने लोगों का तांता लग गया।

loksabha election banner

शिवाकांत (63) निवासी गौरा पोवेढपुर तहसील कुंडा जिला प्रतापगढ़ से ब्रज चौरासी कोस की परिक्रमा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह कुंडा तहसील में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। वे हमेशा राधाकृष्ण की भक्ति में लीन रहे। उन्होंने 28 वर्ष पहले नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था। प्रतापगढ़ में एक राधाकृष्ण के मंदिर में पूजा अर्चना करने लगे। विचार आया कि राधाकृष्ण की जन्मभूमि के दर्शन करने मथुरा-वृंदावन जाना चाहिए। ब्रज के अनेक मंदिरों में दर्शन किए। गोवर्धन, मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा करने लगे। अधिक मास में चौरासी कोस की परिक्रमा की। कुंभ नहाने प्रयागराज गए। पांच अप्रैल से हसनपुर हरियाणा से डंडौती परिक्रमा कर रहे हैं।

एक दिन में करीब 2.5 किमी की दूरी तय करते हैं। कारब के विशाल गौतम बाबा की सेवा में लगे हुए हैं। खाने और रुकने की व्यवस्था के बारे में शिवाकांत कहते हैं कि सबकुछ राधा-कृष्ण करते हैं। इसलिए हमें कोई चिता नहीं है। उनके परिवार में दो बेटियां व दो बेटे हैं। सभी संपन्न हैं। एक बेटा वकील, तो दूसरा किसान है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.