Move to Jagran APP

83 केंद्रों पर 6500 लोगों ने लगवाया टीका

अब तक जिले में 3.17 लाख से अधिक लोगों को लग चुका है टीकाचार केंद्रों रखे गए थे आरक्षित

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 06:51 AM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 06:51 AM (IST)
83 केंद्रों पर 6500 लोगों ने लगवाया टीका
83 केंद्रों पर 6500 लोगों ने लगवाया टीका

जागरण संवाददाता, मथुरा: जिले में टीकाकरण को लेकर हर उम्र के लोगों में उत्साह देखने को मिला है। युवा ही नहीं बुजुर्ग भी केंद्रों पर पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। सोमवार को जिले में 83 केंद्रों पर टीका लगाया गया। जहां 6500 से अधिक लोगों ने टीका लगवाया। सिर्फ दूसरा टीका लगवाने वालों की संख्या में अभी थोड़ी कमी चल रही है। बाकी 2.64 लाख से अधिक लोग पहला टीका लगवा चुके है।

loksabha election banner

सोमवार शाम तक जिले में 3.17 लाख से अधिक लोगों ने कोविड-19 का टीका लगवाया। इनमें युवा भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले चार सप्ताह से टीका लगना शुरू हुआ है। जिले में यू तो 83 केंद्रों पर टीका लगाया गया था, लेकिन इनमें से 26 केंद्र युवाओं के लिए थे। इनमें भी चार केंद्र आरक्षित थे। जिसमें पत्रकार, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम, बिजली विभाग के कर्मचारी और न्यायालय परिसर के कर्मचारी शामिल रहे। सभी केंद्रों को मिलाकर साढ़े छह हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया गया। सीएमओ डा. रचना गुप्ता ने बताया कि टीका लगवाने के लिए हर उम्र के लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। युवा भी ओपन होने के साथ ही स्लाट बुक कर देते हैं। वरिष्ठ नागरिक भी पंजीकरण कराकर टीका लगवाने केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। जिसकी वजह से हम शासन की ओर से दिए जा रहे लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से भी अधिक से अधिक टीका लगवाने की अपील की

है।

संक्रमित मरीजों से अधिक टीका लगवाने को कर रहे फोन

मथुरा: हेलो आप स्वस्थ हैं, कोई परेशानी तो नहीं। इस तरह के हालचाल जिला प्रशासन की ओर से मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण सभागार में बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से फोन कर संक्रमित मरीजों के लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्हें किसी भी तरह की परेशानी होने पर न केवल समाधान कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें स्वस्थ होने के तरीके भी बताए जा रहे हैं। 24 घंटे सेंटर पर ड्यूटी दे रहे कर्मचारी शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों से फीड बैक भी ले रहे हैं। हालांकि कर्मचारियों का कहना है कि अब संक्रमित मरीजों से अधिक टीका लगवाने वाले फोन कर रहे हैं।

इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की शुरुआत तो कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए की गई थी, लेकिन इन दिनों यहां पर टीका न लग पाने की शिकायत दर्ज की जा रही हैं। सेंटर पर तैनात कर्मचारी और अधिकारियों का कहना है कि दो सप्ताह पहले तक यहां दिन और रात सिर्फ आक्सीजन सिलेंडर और बेड न मिलने को लेकर सबसे अधिक फोन आते थे, लेकिन अब टीका लगवाने को लेकर फोन आते हैं। सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है, जिन्हें पहला टीका को-वैक्सीन का लगा है। उन केंद्रों पर अब कोविशील्ड का टीका लग रहा है। ऐसे में आम आदमी को यह समझ नहीं आ रहा है कि वह को-वैक्सीन कहां लगवाने जाएं। जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दूसरे टीका के लिए को-वैक्सीन की व्यवस्था जिला अस्पताल समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर की गई है। बावजूद इसके जिन लोगों को जानकारी नहीं है, वह सीधे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा रहे हैं। सहायक नोडल अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि शाम को रोज स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक होती है। जिसमें दिनभर की शिकायतों के निस्तारण को लेकर चर्चा होती है। संक्रमित मरीजों की शिकायत तो कम हो गई हैं। अब तो हम लोग ही यहां से संक्रमित मरीजों को फोन कर उनके स्वस्थ होने के बारे में कर रहे हैं। कुछ शिकायत टीका लगवाने को लेकर बढ़ी हैं। जिनका हमारी टीम द्वारा निस्तारण कराया जा रहा है।

डा. आलोक कुमार, नोडल अधिकारी - इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.