506 मिले कोरोना संक्रमित मरीज, 251 हुए स्वस्थ
जिले में कोरोना संक्रमण की वजह से पांच लोगों की हुई मौत 13 हजार से अधिक हुए संक्रमित 3537 हुए संक्रमित मरीज
जागरण संवाददाता, मथुरा: जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार को 506 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 13426 पर पहुंच गई है। वहीं पांच संक्रमितों की मौत हो गई है। 251 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को चिकित्सक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, मतदान कार्मिक समेत 506 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा वृंदावन रोड, राया, छाता, प्रोफसर कालोनी, टेकमैन सिटी, चंदनवन, मोतीकुंज, चौक बाजार, छत्ता बाजार, बलदेव में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। वहीं टाउनशिप, औरंगाबाद, शास्त्री नगर, बंगाली घाट, होली गेट, गोपालपुरा, महोली रोड, जनकपुरी, राधापुरम एस्टेट में भी संक्रमितों की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि एक ही दिन में 251 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिनके साथ जिले में स्वस्थ होने वालों की संख्या 9732 हो गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के शिकार हुए पांच लोगों की मौत हुई है। इनमें से दो का केएम में इलाज चल रहा था, जबकि दो लोगों का इलाज केडी मेडिकल कालेज में चल रहा था। वहीं एक का इलाज वृंदावन के रामकृष्ण मिशन में इलाज चल रहा था। अब जिले में कोरोना संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 162 हो गई है। अभी भी जिले में एक्टिव केस 3537 होने के साथ ही संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। स्वस्थ रहें, विपरीत समय का डटकर मुकाबला करें विद्यार्थी
जासं, मथुरा: कोरोना महामारी से डटकर मुकाबला करना है, हमने पहले भी किया है और इस बार भी मात देनी है। विद्यार्थी अपनी सामाजिक, पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ अपनी शिक्षा को भी यथावत जारी रखें। घर पर रहने का भरपूर लाभ उठाएं। स्वस्थ रहें, आनलाइन क्लासेज में पूरी गंभीरता से उपस्थित हों। परिवार के लोगों का टीकाकरण कराएं। यह विपरीत समय है। इसका डटकर मुकाबला करें।
यह अपील संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सचिन गुप्ता ने विद्यार्थियों से की है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। समय-समय पर जारी की जा रही स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन का पालन करें। परिवार के बुजुर्गों को इस गंभीर संक्रमण के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियां अवसर भी अनेक प्रदान करती हैं। इस बात को समझें और उसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि संस्कृति आयुर्वेद कालेज और अस्पताल के चिकित्सकों के दल ने तमाम विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को कोरोना के प्रति न केवल जागरूक किया है, बल्कि बीमार हो जाने पर प्राकृतिक साधनों और आयुर्वेदिक औषधियों के प्रयोग के बारे में विस्तार से जानकारियां दी हैं।