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ट्रांसपोर्टर के गोदाम से पकड़े कोडीन फास्फेट के 450 कार्टून

सहायक आयुक्त आगरा मंडल के नेतृत्व में की गई कार्रवाई80 लाख बताई जा रही है सिरप की कीमत दूसरे शहरों में ब्लैक करने की थी तैयारी

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Mar 2021 06:52 AM (IST)Updated: Wed, 10 Mar 2021 06:52 AM (IST)
ट्रांसपोर्टर के गोदाम से पकड़े कोडीन फास्फेट के 450 कार्टून
ट्रांसपोर्टर के गोदाम से पकड़े कोडीन फास्फेट के 450 कार्टून

जागरण संवाददाता, मथुरा: थाना गोविद नगर क्षेत्र के एक गोदाम में औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मंगलवार देर शाम छापा मारा। यहां से सिरप कोडीन फास्फेट के 450 कार्टून बरामद किए गए। इनकी कीमत अस्सी लाख रुपये बताई गई है। मौके से टीम ने सहारनपुर से गोरखपुर और सहारनपुर से वाराणसी के बिल भी जब्त किए हैं। आशंका जताई जा रही है कि कार्टून में रखे सिरप बिना बिल के दूसरे शहरों को भेजे जाने की तैयारी की गई थी।

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मंगलवार को सहायक आयुक्त औषधि आगरा मंडल अखिलेश कुमार जैन और सीओ सिटी वरुण कुमार के नेतृत्व में एक टीम गोविदनगर क्षेत्र में स्थित गोदाम पहुंची। यहां टीम ने 450 कार्टून मिले। इनमें कोडीन फास्फेट के सिरप थे। पुलिस को देख गोदाम में अफरा-तफरी मच गई। सहायक आयुक्त ने बताया कि मौके पर मिले कर्मचारियों ने बताया कि गोदाम ट्रांसपोर्टर कपिल मलिक और अजय का है। मौके से कुछ बिल मिले हैं, इनके अनुसार, कार्टून सहारनपुर से गोरखपुर और वाराणसी के लिए भेजे गए थे, लेकिन मथुरा में कार्टून मिलना संदिग्ध है। सहायक आयुक्त ने बताया कि गोदाम में काम कर रहे मजदूर कार्टून को बोरे में पैक कर रहे थे। पुलिस को देखकर भाग गए। गोदाम के एक कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। ट्रांसपोर्टर को मौके पर बुलाया गया था, लेकिन दोनों में से कोई ट्रांसपोर्टर मौके पर नहीं पहुंचा। दवा जब्त कर ली गई है। सहायक आयुक्त ने बताया कि पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जा रही है। तहरीर में दोनों ट्रांसपोर्टरों के साथ गोरखपुर और वाराणसी के उन कारोबारियों को भी शामिल किया गया है, जिनके नाम से मौके पर बिल मिले हैं। टीम में औषधि निरीक्षक आगरा नरेश मोहन दीपक, फीरोजाबाद के सुनील कुमार, कासगंज के रमेश यादव और हेमेंद्र चौधरी शामिल रहे।

- यह जताई जा रही है आशंका-

सहायक आयुक्त औषधि आगरा मंडल का कहना है कि जब बिल गोरखपुर और वाराणसी के थे, तो माल सीधा वहां जाना चाहिए था। रास्ते में माल को उतारा गया है। आशंका जताई जा रही है कि सिरप को ब्लैक करने की योजना बनाई गई थी। यह सिरप खांसी में इस्तेमाल किया जाता है। सिरप में एल्कोहल होने की वजह से लोग इसे नशे में रूप में इस्तेमाल करते हैं। इसकी मांग भी बहुत अधिक रहती है। 169 रुपये की कीमत वाला सिरप पांच सौ रुपये तक बिकता है।

सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया किऔषधि विभाग के अधिकारियों के साथ गोविद नगर पुलिस ने सिरप के 450 कार्टून पकड़े हैं। यह सभी एक गोदाम में थे। जहां इनके कार्टून को बोरों में बदला जा रहा था। मौके से एक व्यक्ति को भी पकड़ा है। रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।


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