22 नमूने मानकों पर नहीं उतरे खरे, निगेटिव आई रिपोर्ट
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने जून में जांच को भेजे थे 47 सैंपलफेल होने वालों में दूध पनीर हल्दी और सरसों का तेल के नमूने हैं शामिल
जागरण संवाददाता, मथुरा: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से जिले में चलाए गए अभियान के दौरान जून में 47 खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए, जिनको जांच के लिए लैब भेजा गया है, इनमें से 22 नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इतना ही नहीं पूर्व के फेल हुए 36 नमूनों के संबंधित कारोबारियों का न्यायालय में वाद दायर किया गया है।
सोमवार को जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अभिहित अधिकारी डा. गौरीशंकर ने बताया कि जून में 42 नमूने लिए गए थे। इनको जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला स्थित लैब भेजा गया था। इनमें से सरसों का तेल, हल्दी, दूध, पनीर के 22 नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। इन सभी नमूनों में से दूध और पनीर में फेट की कमी पाई गई है, जबकि बेसन और हल्दी में कलर की मिलावट पाई गई है। इसकी वजह से यह मानकों पर खरे नहीं उतर पाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह खाने में अनसेफ भी हैं। क्योंकि कलर में केमिकल मिला होता है। कई केमिकल काफी खतरनाक भी साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में 36 नमूनों के खाद्य कारोबारियों के खिलाफ न्याय निर्णायक अधिकारी, न्यायालय में तथा सात खाद्य कारोबारियों के खिलाफ अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम न्यायालय में वाद दायर किया गया है। डीओ ने बताया कि 12 खाद्य कारोबारियों पर 10.05 लाख का जुर्माना वसूला है। मोबाइल वैन के माध्यम से 30 नमूने कस्बा सौंख में लिए गए। डीओ ने बताया कि उनका अभियान लगातार जारी रहेगा। मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी।