Move to Jagran APP

बाइकों से हो रही थी गोमांस की तस्करी, एक कुंतल मांस बरामद

एक कुंतल मांस और दो बाइकें बरामद तस्करों की तलाश शुरू पशु चिकित्सक ने गोमांस होने की पुष्टि की

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 06:58 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 06:58 AM (IST)
बाइकों से हो रही थी गोमांस की तस्करी, एक कुंतल मांस बरामद
बाइकों से हो रही थी गोमांस की तस्करी, एक कुंतल मांस बरामद

संसू, किशनी : बकरी चोरों की तलाश कर रहे ग्रामीणों को देख दो तस्कर बोरियों में भरा करीब एक कुंतल मांस और दो बाइकें छोड़कर फरार हो गए। प्रारंभिक जांच में गोमांस होने की पुष्टि हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

loksabha election banner

सीमावर्ती जिला इटावा के गांव भगवंतपुर निवासी राहुल और सुघर सिंह की बकरियां सोमवार रात एक बजे चोरी चली गई थीं। रात्रि में बकरी पालक और अन्य ग्रामीण चोरों की तलाश करते हुए किशनी क्षेत्र के गांव कैथपुर के पास पहुंचे तो दो बाइकें आतीं दिखाई दी। ग्रामीणों ने बाइकों को रोका तो उन पर सवार चार युवक बाइक छोड़कर भाग गए। बाइकों पर दो बोरियां लदीं थी। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। इन बोरियों को खोलकर देखा तो उनमें एक कुंतल मांस भरा हुआ था। पुलिस ने पशु चिकित्सक दिलीप राठौर से बरामद मांस की जांच कराई तो उन्होंने प्रारंभिक जांच के बाद गोमांस होने की पुष्टि की। पुलिस ने बरामद मांस के नमूने जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजे हैं। शेष मांस गड्ढा खोदकर जमीन में दबा दिया गया। एसओ अजीत सिंह ने बताया कि बरामद बाइकों के आधार पर अपराधियों की तलाश की जा रही है। वहीं हिदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष जय प्रकाश चौहान ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने गोतस्करों को पकड़ लिया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया है। थानाध्यक्ष ने इस आरोप को झूठा बताया है।

जमीन के लालच में ससुर की फावड़ा मारकर हत्या

संसू, अजीतगंज : एलाऊ क्षेत्र के गांव बसावनपुर में जमीन के लालच को लेकर दामाद ने सोते समय अपने ससुर की फावड़ा से प्रहार का हत्या कर दी और फरार हो गया। मृतक के छोटे दामाद ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

बसावनपुर निवासी हरिप्रसाद की दो बेटियां पूजा और आरती हैं, बेटा नहीं है। पूजा का विवाह करीब 20 साल पहले मोहर सिंह निवासी बिरसिंहपुर थाना कुरावली और आरती का विवाह 15 साल पहले गोविद निवासी लहरा महुअन कोतवाली मैनपुरी के साथ हुआ था। पिछले कुछ साल से दोनों बेटियां ही उनके पास क्रमश: आकर रहतीं और देखभाल करती थी। तीन साल पहले हरिप्रसाद ने दोनों बेटियों के नाम अपनी जायदाद की वसीयत लिख दी थी। हरिप्रसाद के नाम गांव में दस बीघा जमीन है।

बड़ी पुत्री पूजा का पति मोहर सिंह के पास उसके गांव बिरसिंहपुर में दस डेसीमल जमीन थी, जिसे मोहर सिंह ने बेच दिया था। यह बात हरिप्रसाद को पसंद नहीं आई थी। पिछले कुछ दिनों से मोहर सिंह, ससुर हरिप्रसाद से आधी जमीन अपने नाम बैनामा करने की मांग कर रहा था। इसको लेकर हरिप्रसाद नाराज हो गए थे, जिससे ससुर-दामाद के बीच मनमुटाव रहने लगा था।

15 दिन पहले पूजा और मोहर सिंह देखभाल के लिए हरिप्रसाद के पास आ गए थे। इस दौरान मोहर सिंह ने फिर से बैनामा करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया तो ससुर-दामाद के बीच विवाद हो गया। हरिप्रसाद कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, इसलिए सोमवार रात वह कमरे के अंदर सो रहे थे। वहीं उनकी पत्नी कमला देवी, पुत्री पूजा, दामाद मोहर सिंह घर के बाहर नीम के पेड़ के नीचे सो रहे थे। मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे कमला देवी जागकर कमरे में पहुंची तो बिस्तर पर हरिप्रसाद का खून से सना शव पड़ा था। गर्दन और शरीर पर फावड़े से प्रहार के निशान थे। वे रोने चीखने लगी तो पूजा और गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। दामाद मोहर सिंह पहले ही फरार हो चुका था।

सीओ सिटी अभय नारायण राय, एसओ एलाऊ सुरेश चंद्र शर्मा मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने घटना स्थल पर पड़ा फावड़ा कब्जे में ले लिया। कुछ देर बाद ही मृतक की छोटी पुत्री आरती और दामाद गोविद भी मौके पर पहुंच गए। गोविद ने मोहर सिंह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। सीओ सिटी ने बताया कि आरोपित को तलाश किया जा रहा है। जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.