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संदिग्ध हालत में गोली लगने से युवती की मौत

गोद लिए भाई पर हत्या का आरोप पुलिस जांच में जुटी

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 06:22 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 06:22 AM (IST)
संदिग्ध हालत में गोली लगने से युवती की मौत
संदिग्ध हालत में गोली लगने से युवती की मौत

संसू, कुसमरा: संदिग्ध हालत में चेहरे पर गोली लगने से एक युवती की मौत हो गई। घटना स्थल पर तमंचा पड़ा मिला। गोद लिया गया युवती का भाई घटना के कुछ देर बाद मौके से फरार हो गया। गांव के लोग उसी पर हत्या करने का संदेह जता रहे हैं। वहीं आरोपित ने खुद को निर्दोष बताया है। थाना किशनी के गांव रामनगर निवासी 20 वर्षीय देवांशी के पिता अजय वर्मा और मां मंजू वर्मा की दो साल पहले मौत हो चुकी है। दो बड़ी बहनें कृष्णा और मीरा का विवाह हो चुका है। देवांशी, अपने पिता द्वारा गोद लिए गए भाई अनंत के साथ रह रही थी। रविवार सुबह भाई-बहन के बीच विवाद हो गया। इसी बीच गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो मुहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए। घर में अंदर देवांशी का लहूलुहान शव पड़ा था। अनंत, शव को गोद में लेकर रो रहा था। देवांशी के चेहरे पर गोली लगी थी। पास ही तमंचा पड़ा था।

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मुहल्ले के लोगों ने अनंत पर हत्या का आरोप लगाकर पिटाई कर दी। मुहल्ले के लोगों के मुताबिक अनंत ने अपनी सफाई में कहा कि देवांशी ने उससे अपने मोबाइल की सिम चालू कराने के लिए कहा था। वह सिम चालू नहीं करा पाया था, इससे देवांशी उससे नाराज थी। रविवार को कोराना क‌र्फ्यू के दौरान वह घूमने जा रहा था। इस बात पर देवांशी फिर नाराज हो गई और तमंचा निकाल कर खुदकुशी की धमकी देने लगी। उसने तमंचा छीनने का प्रयास किया, तभी गोली चल गई जिससे देवांशी की मौत हो गई। इसी बीच मौका पाकर अनंत फरार हो गया। घटना की सूचना पर सीओ अमर बहादुर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। उन्होंने बताया कि तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 20 साल पहले लावारिस मिला था अनंत

मृतका देवांशी के पिता अजय वर्मा गांव में ही सराफा की दुकान करते थे। उनके तीन पुत्रियां थी। वर्ष 2001 में देवांशी तीन साल की थी, तभी गांव से करीब दो किलो मीटर दूर खेत में एक लावारिश बालक पड़ा मिला। कोई पुत्री न होने के कारण अजय उसे घर ले आए। बालक का नाम अनंत रख कर पालन पोषण शुरू कर दिया। बहन की हर फरमाइश पूरी करता था अनंत

पोस्टमार्टम हाउस पर आए देवांशी के रिश्तेदारों ने बताया कि देवांशी बीएससी की पढ़ाई पूरी कर ली थी। वह बीएड करना चाहती थी। पिता की मौत के बाद अनंत बहन का काफी ध्यान रखता था। उसकी पढ़ाई कराने के साथ ही उसकी हर फरमाइश पूरी करता था। अनंत की हरकतों से नाराज थी देवांशी

रिश्तेदारों ने बताया कि भाई-बहन के बीच काफी प्यार था। पिता की मौत के बाद अनंत ही सराफा की दुकान संभाल रहा था। लेकिन, इसी बीच अनंत बुरी शोहबत के पड़ गया। दुकान भी नुकसान में जा रही थी। इसे लेकर देवांशी फटकार लगा कर उसे आदत में सुधार लाने को कहती थी। अनंत उसकी सलाह को अनसुना करता था।


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