सर्दी का सितम, पांच की ली जान
ठंड के साथ शीतलहर का कहर सेहत के लिए खतरा बन गया है। बुखार और दूसरी सर्दी जनित बीमारियां बढ़ गई हैं। इस क्रम में निमोनिया ने जहां तीन बच्चों की जान ले ली, वहीं दो बुजुर्गो की दमा से मौत हो गई।
मैनपुरी । ठंड के साथ शीतलहर का कहर अब इंसानी सेहत पर भारी पड़ने लगा है। बुखार और दूसरी सर्दी जनित बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। दमा से जहां दो बुजुर्गों की मौत हो गई, वहीं तीन बच्चों ने भी निमोनिया से दम तोड़ दिया।
सर्दी के शिकार सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं। शुक्रवार को दिन में भी सर्द हवा गलन बढ़ाती रही। बुखार और अलग-अलग बीमारियों के उपचार के लिए मरीजों की भीड़ जिला अस्पताल में दिन भर उमड़ती रही। शहर के राजा का बाग गली नंबर एक निवासी नियति (चार माह) पुत्री पवन दीक्षित महीने भर से निमोनिया से पीड़ित थी। गुरुवार की शाम मासूम ने दम तोड़ दिया।
बेवर क्षेत्र के गांव करपिया निवासी राजेश के आठ माह के पुत्र वंश भी निमोनिया से पीड़ित थे। उपचार के बावजूद राहत न मिलने पर उनकी भी गुरुवार को अस्पताल में मौत हो गई। कोतवाली क्षेत्र के गांव औडेन्य पड़रिया निवासी कुलदीप के 11 माह के पुत्र शौर्य ने भी निमोनिया से दम तोड़ दिया। शहर की मलिक मील कॉलोनी निवासी बदन ¨सह (80) और फर्रूखाबाद के गांव वलीपुर निवासी गजराज ¨सह (75) को दमा रोग से पीड़ित थे। जिला अस्पताल में इन्हें भी मृत घोषित कर दिया गया।