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जीता 'ईश्वर' का विश्वास, 'भावना' बांधे रही आस

दो महीनों तक अज्ञात रही भावना अपने पति के साथ गुजरात के लिए हुई रवाना अज्ञात में इमरजेंसी में कराई गई थी भर्ती जागरण ने छेड़ी थी अपनों के तलाश की मुहिम

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 06:05 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 06:05 AM (IST)
जीता 'ईश्वर' का विश्वास, 'भावना' बांधे रही आस
जीता 'ईश्वर' का विश्वास, 'भावना' बांधे रही आस

जासं, मैनपुरी : दो महीनों से हर पल अपनों के इंतजार में तरसती आंखें सोमवार को भी डबडबाईं, लेकिन इस बार आंसू खुशी के थे। 'जागरण' की मुहिम आखिरकार रंग ले आई। जिला अस्पताल में अज्ञात में भर्ती हुई महिला को आखिरकार अपनों के करीब पहुंचा दिया। अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने सोमवार को महिला और उसके पति को गुजरात के लिए रवाना किया।

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16 नवंबर 2021 को गंभीर रूप से घायल एक महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चोटों के कारण महिला बेसुध थी। लगभग एक महीने तक नर्सिंग स्टाफ ने तीमारदारी की। 'जागरण' ने 26 दिसंबर के अंक में महिला की खबर को प्रकाशित किया था। इसके बाद 'जागरण' ने महिला को उसके घर पहुंचाने के प्रयास शुरू किए।

'जागरण' की खबर को कई एनजीओ द्वारा इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया। इंटरनेट मीडिया पर फोटो देखकर और फोन पर मिली जानकारी के बाद नौ जनवरी की शाम पांच बजे उनके पति बलदेव भाई ईश्वर भाई निवासी गांव मोंटीजोर, कपड़गंज, जिला खेड़ा, गुजरात जिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने महिला की पहचान अपनी पत्नी भावना वरदेव के रूप में की थी। ट्रेन में बर्थ न मिलने के कारण दोनों को अस्पताल प्रशासन द्वारा इमरजेंसी में ही रहने की अनुमति दी गई थी।

सोमवार को भोगांव निवासी शिक्षक दंपती रोहित मार्तंड और उनकी पत्नी संगीता गौतम ने कानपुर रेलवे स्टेशन से गुजरात के लिए टिकट उपलब्ध कराई। अपनी कार से उन्हें रोडवेज बस स्टैंड पहुंचाया, बस में टिकट दिलवाई। दंपती कानपुर के लिए रवाना हो गई। इससे पूर्व अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ ने भी भावना और उनके पति बलदेव भाई को विदाई दी।

12 अक्टूबर 2021 से गायब थी महिला: बलदेव भाई ने बताया कि महिला मानसिक रूप से बीमार रहती है। 12 अगस्त की रात अचानक वह घर से निकल गई थी। बहुत तलाश करने पर भी कोई सुराग नहीं मिला था। 25 अक्टूबर को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।

'जागरण' ने कुछ यूं चलाई मुहिम: 26 दिसंबर 2021 को 'अपनों ने छोड़ा साथ, नर्सिंग स्टाफ ने थामा हाथ' शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की। खबर की कटिग को इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर प्रसारित कराया। 'जागरण' की पहल पर 29 दिसंबर 2021 को शहर की बैंक कालोनी निवासी अंकित सक्सेना अस्पताल पहुंचे। वह गुजरात में कुछ दिनों तक काम कर चुके थे। उन्होंने महिला की भाषा समझकर नाम व पते की जानकारी जुटाई थी। उनके बताने पर 30 दिसंबर 2021 को 'जागरण' ने गुजरात के खेड़ा जिला निवासी वाघेला सेठ को मोबाइल पर महिला की जानकारी दी। फोटो और वीडियो भेजीं। सेठ ने नौसारी स्थित महिला के भाई रमन भाई सरपंच को फोन पर महिला की फोटो भेजी। 31 दिसंबर 2021 की रात एसपी अशोक कुमार राय ने अस्पताल पहुंचकर सीओ सिटी अमर बहादुर सिंह को गुजरात पुलिस से संपर्क करने को कहा। नौ जनवरी को भावना के पति बलदेव भाई मैनपुरी पहुंचे।

यह बड़ी पहल हुई है। अखबार ने अपना दायित्व निभाते हुए एक लापता महिला को परिवार से मिलाया है। ऐसे ही कार्यों की जरूरत है। महिला के सहयोग के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों, विशेषकर नर्सिंग स्टाफ को बहुत धन्यवाद है। जागरण की मुहिम का असर हुआ है। डा. अशोक कुमार

प्रभारी सीएमएस, जिला अस्पताल

मानवता के हित में जागरण की सराहनीय पहल का स्वागत है। हम सभी को ऐसे कार्य करने चाहिए। इस कार्य में अपना सहयोग देने वाले समाजसेवी, शिक्षक दंपती और चिकित्सकों को मेरा धन्यवाद है। -अमर बहादुर सिंह, सीओ सिटी


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