भीषण ठंड से जूझता रहा दिन, गलन से कांपे हाड़
शीत हवा से शरीर में होती रही सिहरन सूर्य देव के नहीं हो सके दर्शन
जासं, मैनपुरी: भीषण ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल यह है कि सब कुछ ठंडा हो गया है। पानी तो बर्फ सा हो गया है। गलन से हाड़ कांप रहे हैं तो शीतलहर से शरीर में सिहरन सी हो रही है। मंगलवार को भी ठंड के तेवर आक्रामक बने रहे। गलन और शीतलहर से लोग परेशान रहे। आसमान पर दिनभर बादल छाए रहे। सूर्य देव के दर्शन तक को लोग तरस गए। जिले में न्यूनतम तापमान 4.3 और अधिकतम 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
अलसुबह लोगों की नींद खुली तो कोहरा छाया हुआ था। धीरे-धीरे बह रही शीत हवा शरीर में चुभ रही थी। गलन इस कदर थी कि बाहर निकलते ही हाड़ कांप रहे थे। भीषण ठंड की वजह से नागरिक घरों से बाहर काफी देरी से निकले। बच्चे और बुजुर्ग तो रजाई में ही दुबके रहे। कई दिन से मौसम साफ नहीं होने से उम्मीद थी शायद आज मौसम साफ रहे और धूप खिले, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दिन भर बादल आसमान में छाए रहे। ऐसे में लोग सूर्य देव के दर्शन तक को तरस गए। ठंड के आक्रामक तेवरों से दिनचर्या प्रभावित हो गई। महिलाओं को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ गया। ठंड में सब कुछ ठंडा लगा। पानी तो मानो बर्फ सा था। ऐसे में अनेक महिलाओं ने तो पानी को गर्म कर अपने बर्तन आदि सामान धोने का काम किया। अलाव, रूम हीटर और ब्लोअर से मिली राहत
ठंड से राहत पाने के लिए लोग अलग-अलग जतन करते रहे। कोई गर्म कपड़ों से लैस दिखा तो अधिकांश लोग रूम हीटर और ब्लोअर के सहारे बैठे रहे। बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर लोगों ने अलाव जलाकर ठंड को दूर किया। अभी राहत की उम्मीद नहीं
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी नरेंद्र कुमार के अनुसार, पश्चिमी विक्षोम की वजह से मौसम ऐसा बना हुआ है। अभी आगामी दिन में इसमें सुधार की संभावना कम ही है। इस सप्ताह हल्की बारिश की संभावना है।